निगम में गांवों को शामिल करने के विरोध में 25 पंचायतें एकजुट
38 गांवों को नगर निगम में शामिल करने के विरोध में गुरुग्राम खंड की 25 पंचायतें एकजुट हो गई हैं। इन पंचायतों के सरपंचों ने बुधवार को खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में बैठक कर गांवों को निगम में शामिल करने का विरोध किया।
जागरण संवादददाता, गुरुग्राम: 38 गांवों को नगर निगम में शामिल करने के विरोध में गुरुग्राम खंड की 25 पंचायतें एकजुट हो गई हैं। इन पंचायतों के सरपंचों ने बुधवार को खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में बैठक कर गांवों को निगम में शामिल करने का विरोध किया। सरपंचों का कहना है कि सभी पंचायतों द्वारा 3 अक्टूबर को प्रस्ताव तैयार कर लिया जाएगा और इसके बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मुलाकात करेंगे। बता दें कि गांवों को निगम में शामिल करने के विरोध में अब तक तीन बार बैठकें हो चुकी हैं। लगभग सभी पंचायतें इस फैसले का विरोध कर रही हैं।
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में गुरुग्राम खंड की बैठक में कुल 25 में 21 सरपंच पहुंचे थे। गुरुग्राम खंड सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सिकंदरपुर गांव के सरपंच सुंदरलाल यादव ने बताया कि सभी 25 पंचायतों के सरपंचों ने सहमति दे दी है। 3 अक्टूबर को एक प्रस्ताव तैयार कर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को सौंपा जाएगा। पंचायतों को नगर निगम में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। बैठक में बजघेड़ा के सरपंच रामनिवास राणा, शिकोहपुर से लखन, नौरंगपुर से प्रदीप, नाहरपुर से विजयपाल, धर्मपुर से हरिओम त्यागी सहित अन्य पंचायतों के सरपंचों ने शिरकत की।
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इन गांवों को शामिल करने का है प्रस्ताव बजघेड़ा, बाबुपुर, मोहम्मदहेड़ी, धर्मपुर, दौलताबाद, खेड़की माजरा, धनकोट, गोपालपुर, गढ़ी हरसरू, वजीरपुर, हयातपुर, बढ़ा, सिकंदरपुर बढ़ा, नखड़ौला, नवादा फतेहपुर, मेवका, ढ़ोरका, रामपुर, शिकोहपुर, नौरंगपुर, पलड़ा, भोंडसी, धुमसपुर, मैदावास, उल्लावास, नंगली उमरपुर, कादरपुर, बहरामपुर, नया गांव, मानेसर, कासन, खोह, नाहरपुर कासन, ढाणा, बासकुसला, बशारिया, काकरौला और भांगरौला को निगम में शामिल करने की तैयारी है।