ट्रैफिक जाम से निबटने के लिए आरएटीटी का किया गठन: रविद्र सिंह तोमर
वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने क्या प्लानिग की है सहित कई सवालों को लेकर दैनिक जागरण के आदित्य राज ने गुरुग्राम के पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) रविद्र सिंह तोमर से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्य अंश
फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ ही शहर की सभी सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव काफी बढ़ गया है। कुछ मीटर की दूरी तय करने में लोगों को आधे से एक घंटे का समय लग जाता है। शहर ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों में भी ट्रैफिक का दबाव दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस तरह का दबाव दीपावली तक लगातार बने रहने की उम्मीद है। जैसे-जैसे कोरोना संकट कम होता जा रहा है वैसे-वैसे दिल्ली-जयपुर हाईवे और गुरुग्राम-सोहना हाईवे पर भी वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। नतीजा यह है कि कहीं कुछ मिनट के लिए भी कोई वाहन रुक जाता है तो उसका असर एक से डेढ़ घंटे तक दिखाई देता है। वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने क्या प्लानिग की है, कौन-कौन से इलाके हैं जहां पर ट्रैफिक का दबाव अधिक है, सड़कों के किनारे खड़े वाहनों पर लगाम लगाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं सहित कई सवालों को लेकर दैनिक जागरण के आदित्य राज ने गुरुग्राम के पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) रविद्र सिंह तोमर से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्य अंश : वाहनों के दबाव को देखते हुए गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस की क्या प्लानिग है?
फेस्टिव सीजन के दौरान हमेशा ही सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति दीपावली तक रहती है। दबाव को देखते हुए तीन रैपिड एक्शन ट्रैफिक टीम (आरएटीटी) का गठन किया गया है। तीनों टीमों में पांच-पांच ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। तीनों टीमों के लिए इलाके निर्धारित कर दिए गए हैं। जहां से ट्रैफिक का दबाव बढ़ने की सूचना आएगी, वहां पर संबंधित इलाके की टीम मौके पर पहुंच जाएगी और जाम को खुलवाएगी। इसके साथ ही जहां पर भी ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है, वहां पर पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई है। फिलहाल दीपावली तक के लिए प्लानिग की गई है। आवश्यकता महसूस होने पर आगे भी प्लानिग के ऊपर काम किया जाएगा। आरएटीटी के साथ ही रोड सेफ्टी आफिसरों की भी जिम्मेदारी तय की गई है। इनकी संख्या 35 है। सभी शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक आवश्यकतानुसार अपनी सेवाएं देंगे। शहर और आसपास के किन इलाकों के ऊपर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा?
- शहर और आसपास जहां पर भी ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है, उन इलाकों की पहचान की गई है। इनमें दौलताबाद फ्लाईओवर, वाटिका चौक, बादशाहपुर बाजार, रेलवे रोड, सदर बाजार आसपास, बसई चौक, हिमगिरी चौक, गुड अर्थ माल, सफायर माल, मेफिल्ड गार्डन आसपास, आर्टमिस अस्पताल के आसपास, बंजारा मार्केट, गैलेरिया मार्केट के आसपास, सुपर मार्ट के आसपास, हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के आसपास, शीतला माता मंदिर के आसपास, सेक्टर-15 एवं सेक्टर-17-18 इलाके शामिल हैं। इन इलाकों में ट्रैफिक पुलिस को हर समय विशेष रूप से सक्रियता दिखाने को कहा गया है। सड़कों के किनारे खड़े किए जाने वाले वाहनों पर क्यों नहीं लग पा रही लगाम?
- इस दिशा में प्रयास जारी है। छह क्रेन की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। अब सड़कों के किनारे खड़े वाहनों को क्रेन से हटाने के साथ ही चालान भी किया जाएगा। यहां तक कि जब्त करने तक की कार्रवाई की जाएगी। सड़कों के किनारे वाहन खड़े करने से भी हादसे होते हैं। इस बारे में ट्रांसपोर्टरों से भी संवाद स्थापित किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस से इस बारे में और अधिक सक्रियता बढ़ाने को कहा जाएगा। वाहन चालकों से अपील है सर्दी का मौसम आने वाला है। कोहरे को देखते हुए वाहनों में रिफ्लेक्टर टेप निश्चित रूप से लगाएं। ट्रैफिक पुलिस की ओर से भी सभी चौराहों और कट के नजदीक रिफ्लेक्टर टेप लगाने के ऊपर जोर दिया जाएगा। ट्रैफिक व्यवस्था की मजबूती को लेकर आप लोगों से क्या अपील करना चाहेंगे?
- मैं लोगों से यही अपील करना चाहूंगा कि जिदगी अनमोल है। बिना हेलमेट लगाए बाइक न चलाएं। बिना सीट बेल्ट लगाए कार न चलाएं। ओवरटेक करने का प्रयास न करें। वाहन नियंत्रण में चलाएं। नाबालिग को न बाइक चलाने के लिए दें और न ही कार। गलियों में वाहनों की रफ्तार काफी कम रखें। किसी भी सड़क पर वाहन नियंत्रण में चलाएं। जेब्रा क्रासिग को देखते ही रफ्तार कम कर लें। ट्रैफिक लाइट जंप करने का प्रयास न करें। 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल आधारित वाहन न चलाएं। पुराने वाहनों के ऊपर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी से भी कहा गया है कि पुराने वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने के दौरान वे नंबर प्लेट देखें न कि वाहनों का कंडीशन। नंबर प्लेट से पता चल जाता है कि वाहन कितने साल पुराना है। --- परिचय ---
नाम : रविद्र सिंह तोमर
जन्मतिथि : एक जनवरी, 1969
निवास स्थान : पुलिस लाइन
शिक्षा : स्नातक
सेवा : 1994 में एएसआइ के पद पर ज्वाइन किया। 1998 में सब इंस्पेक्टर पदोन्नत हुए। 2004 में इंस्पेक्टर के पद पर पदोन्नत हुए। वर्ष 2010 के दौरान हरियाणा पुलिस सर्विस का कैडर मिला। इसके बाद डीएसपी के पद पर सोनीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र एवं फतेहाबाद में रहे। सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर गुरुग्राम और फरीदाबाद में रहे। मार्च 2021 में पदोन्नति के बाद गुरुग्राम में पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) की जिम्मेदारी सौंपी गई है।