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अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर एक नवंबर को शुरू होगी पदयात्रा

राष्ट्रीय सांझा अहीर रेजिमेंट मुहिम के लोगों ने रविवार को झज्जर रोड पर मामन यादव के कार्यालय पर सुमित यादव की अध्यक्षता में पंचायत की। पंचायत में पदयात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 05:48 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 05:48 PM (IST)
अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर एक नवंबर को शुरू होगी पदयात्रा

संवाद सहयोगी, फरुखनगर (गुरुग्राम): राष्ट्रीय सांझा अहीर रेजिमेंट मुहिम के तहत सरकार को 18 नवंबर को रेजांगला शौर्य दिवस से पहले अहीर रेजिमेंट नहीं बनाने जाने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। राष्ट्रीय सांझा अहीर रेजिमेंट मुहिम के लोगों ने रविवार को झज्जर रोड पर मामन यादव के कार्यालय पर सुमित यादव की अध्यक्षता में पंचायत की। पंचायत में पदयात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। सुमित यादव ने बताया कि अहीर रेजिमेंट बनवाने के लिए एक नवंबर को नसीबपुर (नारनौल) से पदयात्रा शुरू कर रेजांगला शौर्य स्थल गुरुग्राम तक जाएंगे। इस दौरान पूरे भारत वर्ष का यादव समाज अहीर रेजिमेंट के गठन व निर्णायक संघर्ष के लिए सड़कों पर होगा।

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सुमित यादव ने कहा कि अहीर रेजिमेंट के लिए सभी अहीरों के राजनीतिक व गैरराजनीतिक संगठनों को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि जन बल के सामने सरकार को झुकना पड़ेगा। 18 नवंबर को 30 हजार से ज्यादा की संख्या में अहीर रेजिमेंट बनाने के लिए एकजुट होंगे। अहीरों की तरफ से यह राष्ट्रव्यापी यात्रा निकाली जाएगी जिसमें 36 बिरादरी के लोग शामिल होंगे।

जिला परिषद के वाइस चेयरमैन संजीव यादव, संदीप यादव एडवोकेट, मोनू धनखड़ , दीपक कुमार सुल्तानपुर, इंद्रजीत यादव, विजय यादव शिकोहपुर, राज यादव शिकोहपुर, उमेश यादव मानेसर, कैलाश यादव मानेसर, प्रदीप यादव, चंदन चौहान, धीरज यादव, रमेश यादव, सुधीर यादव, दीपक यादव, अंकुश यादव, सैंडी यादव, दीपू मौजूद रहे।

बलिदानियों को किया नमन

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आनलाइन सेमिनार हुआ। इसका विषय आजादी के संघर्ष के दौरान समाज सुधार आंदोलन था। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. वीरेंद्र अंतिल ने सभी प्रतिभागियों तथा मुख्य वक्ताओं का स्वागत किया और देश की आजादी के लिए प्राणों का उत्सर्ग करने वाले बलिदानियों को नमन किया। इसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव हरियाणा सरकार, डा. राजाशेखर वुंडरू ने सभी सहभागियों को आजादी के दौरान हुए सामाजिक आंदोलनों से अवगत कराया। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर आनंद कुमार ने कहा कि विद्यार्थी देश का भविष्य हैं। ऐसे कार्यक्रमों से उन्हें देश के बलिदानियों के बारे में जानकारी मिलती है। जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से डा. पूजा पासवान ने आजादी के संघर्ष के दौरान महिलाओं के योगदान की व्याख्या की। कार्यक्रम में प्रो. संदेश वाघ, प्रो. भूप सिंह गौड़ और डा. सुभाष समेत अन्य प्राध्यापक मौजूद रहे।


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