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रेवाड़ी ले जाने के बहाने ले गए थे मेरठ

गांव भांगरौला में रह रही एक महिला व उसके बच्चों को उत्तर प्रदेश ले जाकर मेरठ के नजदीक नहर में फेंकने के आरोपितों सोनू प्रदीप एवं सचिन को शुक्रवार दोपहर अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया। तीनों एक दिन की रिमांड पर थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 08:27 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 08:27 PM (IST)
रेवाड़ी ले जाने के बहाने ले गए थे मेरठ

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गांव भांगरौला में रह रही एक महिला व उसके बच्चों को उत्तर प्रदेश ले जाकर मेरठ के नजदीक नहर में फेंकने के आरोपितों सोनू, प्रदीप एवं सचिन को शुक्रवार दोपहर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया। तीनों एक दिन की रिमांड पर थे। मामले में एक अन्य आरोपित सोनू की मां रविता भी न्यायिक हिरासत में है। चारों को बुधवार शाम गिरफ्तार किया गया था।

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रिमांड के दौरान तीनों आरोपितों से की गई पूछताछ के मुताबिक पति की मौत के बाद सायरा (रजनी) गांव भांगरौला निवासी सोनू के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगी थी। पति की मौत के समय बेटी तोहिदा पांच साल की थी जबकि बेटा अंकुर पेट में था। अंकुर का जन्म सोनू के घर में हुआ था। बेटे के जन्म के बाद सायरा चाहती थी कि सोनू की संपत्ति में उसका हक हो। इस बात को लेकर धीरे-धीरे विवाद बढ़ना शुरू हुआ। इसे लेकर अक्सर मारपीट तक की नौबत आ रही थी। इस स्थिति से छुटकारा पाने के लिए सोनू, उसकी मां रविता, भाई प्रदीप एवं प्रदीप के साले सचिन ने मिलकर मां सहित दोनों बच्चों को खत्म करने का प्लान बनाया।

प्लान के मुताबिक गांव भांगरोला निवासी विजय कुमार की स्विफ्ट डिजायर कार यह कहकर 27 फरवरी की रात मांगी थी कि अंकुर की तबियत खराब है, उसे रेवाड़ी ले जाना है। इसके बाद रात 11 बजे सायरा एवं उसके दोनों बच्चों को कार में बैठाकर चारों केएमपी एक्सप्रेस-वे के रास्ते मेरठ पहुंचे थे। वहां नहर में सबसे पहले महिला को फिर बेटी को अंत में बेटे को फेंका। महिला किसी तरह बच गई जबकि दोनों बच्चों की मौत हो गई। मामला सामने आते ही खेड़कीदौला थाना पुलिस ने चारों आरोपितों को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया था।

थाना प्रभारी कृष्णकांत का कहना है कि जिस कार से वारदात को अंजाम दिया गया, उसे बरामद कर लिया गया है। आरोपितों से पूरी जानकारी हासिल हो चुकी है। सभी पूरी योजना के तहत महिला व उसके बच्चों को मेरठ इलाके में ले गए थे। सचिन बागपत का ही रहने वाला है। उसे इलाके के बारे में पूरी जानकारी थी। वह कार चलाकर मेरठ ले गया था। बच्चों के शव बागपत के नजदीक से बरामद किए गए थे।

पीड़ित महिला अभी भी बहुत कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। बता दें कि 27 फरवरी की देर रात महिला सहित बच्चों को आरोपितों ने नहर में फेंका था। मंगलवार सुबह महिला ने शिकायत दी थी। बुधवार सुबह दोनों बच्चों के शव बरामद किए गए थे। बुधवार शाम ही चारों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए थे। अब सभी आरोपित जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। इधर, बताया जाता है कि सोनू की शादी हो चुकी थी। उसकी हरकत से परेशान होकर पत्नी ने उसे छोड़कर चली गई।


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