स्वतंत्रता सेनानी को उनके निवास पर किया गया सम्मानित
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस को लेकर राष्ट्रपति भवन में हर साल विभिन्न राज्यों के पांच-पांच स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किए जाने की परंपरा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के मौके पर राष्ट्रपति भवन में हर साल विभिन्न राज्यों के पांच-पांच स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किए जाने की परंपरा है। इस बार जिले के गांव बाघनकी निवासी 99 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी अमी लाल को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाना था। लेकिन, कोरोना महामारी की वजह से राष्ट्रपति भवन में यह कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सका। ऐसे में स्वतंत्रता सेनानियों को प्रदान किए जाने वाले सम्मान को राष्ट्रपति भवन की ओर से प्रदेश सरकार के पास भिजवा दिया गया था।
रविवार को गुरुग्राम के एसडीएम जितेंद्र कुमार ने स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति के जिला अध्यक्ष कपूर सिंह दलाल के साथ गांव बाधनकी के आइएनए के सिपाही रहे अमी लाल तक उनके दिल्ली स्थित निवास पर पहुंचाया गया। एसडीएम ने राष्ट्रपति की ओर से अमी लाल को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
गुरुग्राम के ही स्वतंत्रता सेनानी भागमल और परमानंद को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सम्मानित होने का अवसर पहले ही मिल चुका है। राष्ट्रपति की ओर से सम्मान पाकर प्रफुल्लित स्वतंत्रता सेनानी अमी लाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ बिताए वक्त के बारे में बताया।
एसडीएम जितेंद्र कुमार ने स्वतंत्रता सेनानी की दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी हमारे देश की शान हैं और आज हिदुस्तान जिस मुकाम पर है यह उनके त्याग और बलिदान का ही परिणाम है।