पहले ही प्रयास में परीक्षित खटाना ने पास की यूपीएससी परीक्षा
गांव खेड़ला निवासी परीक्षित खटाना ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में सामान्य श्रेणी में 1
महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)
गांव खेड़ला निवासी परीक्षित खटाना ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में सामान्य श्रेणी में 184वा तथा पिछड़ा वर्ग श्रेणी में 28वा स्थान हासिल किया है। पहले ही प्रयास में वह आइएएस के लिए चयनित हुए हैं। उनके पिता का सपना था कि बेटा आइएएस बने, जिसे बेटे ने साकार कर दिया। परीक्षित खटाना (25) के पिता कर्मराज खटाना खेड़ला गांव के सरपंच रह चुके हैं। नेफेड के निदेशक और हैफेड के चेयरमैन भी रह चुके हैं। परीक्षित पिता के साथ गांव में ही रहते हैं। उन्होंने आठवीं तक की पढ़ाई सोहना के शिव पब्लिक स्कूल से की। उसके बाद 10वीं और 12वीं की पढ़ाई दिल्ली में आजादपुर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल से की। हिदू कॉलेज से पिछले वर्ष इतिहास ऑनर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की।
परीक्षित खटाना ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में कहा कि उनका लक्ष्य शुरू से ही सिविल सेवा में जाने का था। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर पढ़ाई की। खानदान में परीक्षित के भाई काफी पढ़े-लिखे हैं। भाइयों में पढ़ाई के मामले में जो प्रतियोगिता रहती है, उसी से आगे बढ़ने का मौका मिला। छोटे बेटे प्रवेश खटाना का अमेरिका के इंटरनेशनल लॉ कॉलेज में वकालत में दाखिला हो गया है।
कर्मराज खटाना बेटे की इस सफलता पर बेहद गदगद है। उनका कहना है कि एक पिता के लिए इससे बढ़कर खुशी नहीं हो सकती। आज बेटे ने यूपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर नाम रोशन कर दिया। बेटे की यह सफलता पूरे गांव और क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। बेटे की सफलता से पूरे समाज में मस्तक ऊंचा हो गया।