लॉकडाउन: सख्ती और संवाद का सड़कों पर दिखने लगा असर
सख्ती व संवाद का असर सड़कों पर दिखने लगा है। अपने गांव जाने वालों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सख्ती व संवाद का असर सड़कों पर दिखने लगा है। अपने गांव जाने वालों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। इसके लिए जहां पुलिस विभिन्न इलाकों में जाकर दूसरे राज्यों के रहने वाले लोगों से संवाद कर रही है, वहीं कहीं-कहीं तो लोगों को सख्ती से भी लौटा रही है। सभी मुख्य सड़कों पर जगह-जगह नाके लगा दिए गए हैं। सबसे अधिक नजर केएमपी-एक्सप्रेस-वे पर रखी जा रही है क्योंकि पलवल के रास्ते उत्तर प्रदेश जाने वालों की संख्या सबसे अधिक है।
कोरोना को देखते हुए लॉकडाउन लागू किया गया है। इसके बाद से शहर व आसपास रह रहे दूसरे राज्यों के लोगों का अपने गांव जाने का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार से लेकर शनिवार तक काफी संख्या में लोग अपने गांव जाने के लिए शहर से निकले। हालांकि उस दौरान भी पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। इसे देखते हुए पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील के निर्देश पर रविवार से संवाद के साथ सख्ती पर भी जोर दिया जा रहा है। सभी थाना पुलिस अपने इलाके में रह रहे दूसरे राज्यों के लोगों से संवाद करते हुए बता रही हैं कि इस समय घरों से बाहर निकलना परेशानी को दावत देना है। कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है। यही नहीं लोगों को बताया जा रहा है कि उन्हें किसी भी प्रकार की चिता करने की आवश्यकता नहीं है। राशन से लेकर भोजन तक वितरित करने का इंतजाम किया गया है। यदि किसी को कहीं रुकने में दिक्कत है तो इसके लिए प्रशासन ने कैंप की व्यवस्था कर रखी है। इसका असर यह है कि दो दिनों से गांव जाने वालों की संख्या में काफी कमी आई है। सभी मुख्य सड़कों पर जगह-जगह भोजन की व्यवस्था
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे से लेकर सभी मुख्य सड़कों पर जगह-जगह भोजन वितरित करने की व्यवस्था पुलिस या सामाजिक संगठनों की ओर से है। श्री श्याम अन्नदान संस्था की ओर से उद्योगपति मनीष वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता हरकेश शर्मा, सुनील गुप्ता, बलराम वशिष्ठ, कर्मवीर पांचाल, विक्रम जांगिड़ एवं हेमंत त्रिपाठी सहित कई सदस्य खेड़कीदौला टोल प्लाजा एवं झाड़सा चौक के नजदीक भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
श्री श्याम बजरंग परिवार ट्रस्ट के अध्यक्ष पुनीत अग्रवाल ने बताया कि संगठन की ओर से पालम विहार इलाके से पैदल अपने गांव जाने वाले लोगों को भोजन के पैकेट बांटे जा रहे हैं। साथ ही उनसे गांव न जाने का आग्रह भी किया जा रहा है। सभी थाना पुलिस ही नहीं बल्कि क्राइम ब्रांच की टीम भी गरीबों को राशन व भोजन उपलब्ध कराने में लगी है।