ग्रामीणों ने भू-माफिया व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
गांव सहजावास में कृषि योग्य करीब 18 एकड़ में काटी जा रही अवैध कॉलोनी एवं पंचायती नाले पर भू-माफिया द्वारा कब्जे करने का मामला तूल पकड़ने लगा है।
सतीश राघव, सोहना
गांव सहजावास में कृषि योग्य करीब 18 एकड़ में काटी जा रही अवैध कॉलोनी एवं पंचायती नाले पर भू-माफिया द्वारा कब्जे करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। ग्रामीणों ने भू-माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि इस नाले की जमीन की जल्द ही पैमाइश व राजस्व रिकॉर्ड की जांच की जाएगी लेकिन अभी यह जमीन पर राजनैतिक संरक्षण होने की वजह से चर्चित बन चुकी है।
बृहस्पतिवार को गांव सहजावास के ग्रामीणों ने भू-माफिया के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी घेरा। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन पर राजनीतिक दबाव है, जिसके चलते उक्त भू माफिया पर बीडीपीओ व स्थानीय पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की। भू-माफिया को चेतावनी भी दी कि अगर भू-माफिया जमीन पर अवैध कब्जा करते हैं तो ग्रामीण एकजुट होकर धरना प्रदर्शन करेंगे। सरकार की ओर से प्राधिकरण सक्रिय नजर आ रहा है, जिसकी वजह से सोहना क्षेत्र के गांव सहजावास, अलीपुर सहित कई गांवों में कृषि की भूमि पर अवैध कॉलोनी काट रहे कॉलोनाइजरों पर डीटीपी विभाग का शिकंजा कसा है। कई जगह डीटीपी विभाग ने तोड़फोड़ की। पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों में रोष: गांव की पंचायत ने जिला उपायुक्त को पत्र लिखकर इस मामले में स्थानीय पुलिस भोंडसी थाना की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर रोष जताया। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायती नाले पर किए गए कब्जे को लेकर पंचायत ने भोंड़सी थाना में लिखित शिकायत दी थी लेकिन पुलिस ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया था कि यह कार्रवाई बीडीपीओ के अधीन आती है।
गांव सहजावास के उक्त बरसाती नाले की शिकायत मिली है। जमीन की पैमाइश करवाई जाएगी। तहसीलदार सोहना को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। तहसीलदार की रिपोर्ट आते ही जो उचित कार्रवाई होगी अमल में लाई जाएगी।
- एसडीएम डॉ. चिनार चहल