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एनएसजी कमांडोज ने दिखाया दमखम

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो ने डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 07:30 PM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 07:30 PM (IST)
एनएसजी कमांडोज ने दिखाया दमखम
एनएसजी कमांडोज ने दिखाया दमखम

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडोज ने हैरतअंगेज प्रदर्शन से अपना दमखम दिखाया। कमांडोज ने आइईडी को भी डिफ्यूज करके दिखाया। इससे साफ कि वह हर स्तर पर आतंकवाद का मुकाबला करने में सक्षम हैं। हैरतअंगेज प्रदर्शनों को देखकर देश के अ‌र्द्धसैनिक बलों के प्रतिनिधि, राज्यों की पुलिस महकमे के प्रतिनिधियों से लेकर सभी विदेशी प्रतिनिधि भी बार-बार तालियां बजाने को मजबूर हुए। खासकर एनएसजी के डॉग स्क्वायड दस्ते के-9 ने हैरतअंगेज प्रदर्शन से सभी को हतप्रभ किया।

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मौका था आइएमटी मानेसर स्थित एनएसजी के नेशनल बम डाटा सेंटर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के दौरान एनएसजी के दमखम दिखा का। इससे प्रदर्शित किया गया कि दुनिया में कई तरह के आइईडी का इस्तेमाल आतंकी कर रहे हैं। इसके लिए हर स्तर पर न केवल सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, बल्कि आतंकवादियों से आगे सोचने की आवश्यकता है। इस दिशा में एनएसजी बेहतर प्रयास कर रही है।

एनएसजी के पास इतनी क्षमता है कि किसी भी क्षमता के बम को कुछ मिनट के भीतर निष्क्रिय किया जा सकता है। इसका शानदार तरीके से प्रदर्शन किया गया। एनएसजी के प्रदर्शन के बाद एनएसजी के महानिदेशक (डीजी) अनूप कुमार सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि आतंकवाद का फन कुचलने के लिए देश हर स्तर पर सक्षम है। एनएसजी के ताकत के प्रदर्शन के दौरान पिछले कुछ सालों के दौरान आइईडी का इस्तेमाल कर दुनिया के कई देशों में किए गए ब्लास्ट की भी जानकारी दी गई। रक्षा उपकरणों के निर्माण में आगे रहे स्टार्टअप

सेमिनार के दौरान रक्षा उपकरणों से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें अधिकतर स्टार्टअप शामिल हुए। ड्रोन के माध्यम से आइईडी को डिफ्यूज करने संबंधी तकनीक भारतीय सेना में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल अखिल सिंह चाडक ने तैयार की है। उनकी इस तकनीक को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी.किशन रेड्डी, एनएसजी के डीजी अनूप कुमार सिंह सहित सेमिनार में पहुंचे सभी प्रतिनिधियों ने सराहना की। अखिल सिंह चाडक ने बताया कि उन्हें इस क्षेत्र में काम करने की इच्छा थी। सेना की ओर से उन्हें बढ़ावा मिला। एक स्टार्टअप ने 'अजनालेंस' का प्रदर्शन किया है। यह चश्मे जैसा है। इसमें कंप्यूटर जैसा सिस्टम है। रडार से इसे कनेक्ट कर सामने की पूरी गतिविधियां बेहतर तरीके से देखी जा सकती हैं।

न्यूकटेक कंपनी लिमिटेड ने ऐसे स्कैनर का प्रदर्शन किया है, जो न केवल यह बताता है कि अमुक व्यक्ति की जेब में कुछ सामान है, बल्कि उसकी फोटो भी दिखा देता है। गृह राज्यमंत्री ने खुद मशीन में खड़े होकर इस तकनीक के बारे में जानकारी ली। कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट जेएस बासरा ने कहा कि यह अत्याधुनिक तकनीक है। इसका बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है। कहीं भी यदि एक-एक व्यक्ति को सौ फीसद स्कैन करना है, तो इससे बेहतर तकनीक नहीं है।


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