बरसात में आफत: दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 11 किलोमीटर लंबा जाम लगा
पिछले दो सालों से जलभराव के चलते हाईवे पर जाम लगने के बाद भी प्रशासन व सरकारी एजेंसियों ने सबक नहीं लिया। बरसाती पानी के निकासी के केवल दावे किए जाते रहे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : पिछले दो सालों से जलभराव के चलते हाईवे पर जाम लगने के बाद भी प्रशासन व सरकारी एजेंसियों ने सबक नहीं लिया। बरसाती पानी के निकासी के केवल दावे किए जाते रहे। लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह तक ने दावा कर दिया था कि बादशाहपुर ड्रेन की क्षमता बढ़ाने से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर जाम नहीं लगेगा, मगर बृहस्पतिवार दोपहर हुई मानसून-पूर्व बरसात (82 एमएम बारिश) ने सभी के दावों की पोल खोल दी। राजीव चौक से लेकर खेड़की दौला टोल प्लाजा तक सर्विस लेन बरसाती पानी से डूब गई। शाम पांच बजे तक सर्विस लेन को पार कर पानी मुख्य लेन पर भी आ गया जिसके चलते वाहनों के पहिए थमने लगे। कुछ ही देर में सिग्नेचर चौक से रामपुरा चौक तक करीब 11 किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। वाहन चींटी की तरह रेंग रहे थे। दस मिनट की दूरी तय करने में वाहन चालकों को चार से पांच घंटे लगे। देर रात तक ऐसी स्थित बनी रही।
बादशाहपुर ड्रेन का चौड़ीकरण ठीक से नहीं होने के चलते बरसाती पानी नहीं निकल पाया, वहीं हाईवे की ड्रेन की भी सफाई नहीं हुई थी। दैनिक जागरण ने पहले ही सफाई का आईना दिखा प्रशासन को आगाह किया था। इसके बाद भी अधिकारियों की नींद नहीं खुली। वहीं जाम में फंसे लोग बिलबिलाते नजर आए। मानेसर से गुरुग्राम आ रहे रतन सिंह ने बताया कि उन्हें रामपुरा चौक से राजीव चौक तक आने में चार घंटे लगे। वहीं दिल्ली से मानेसर जा रहे सुमेर ने कहा तीन घंटा उन्हें होंडा चौक से टोल प्लाजा तक पहुंचने में लग गए। हाईवे जाम होने से लोग पटौदी रोड की ओर गए तो उमंग भारद्वाज चौक से हीरो होंडा चौक तक सड़क पर पानी भरा होने जाम लग गया। दो किलोमीटर की दूरी तय करने में दो घंटे लगे।
राजीव चौक अंडरपास से सोहना रोड पर बादशाहपुर तक भयंकर जाम लगा रहा। सुभाष चौक पर सड़क पर पानी ही पानी दिखाई दिया। ऐसी ही स्थिति वाटिका चौक पर हो गई। लोगों को आठ किलोमीटर दूरी तय करने में चार से पांच घटे लगे। बादशाहपुर में लोगों की दुकानों और घरों में पानी भर गया। दो साल पहले पूरा शहर हो गया था जलमग्न
होंडा चौक पर पानी भरने से हाईवे पर 21 किलोमीटर लंबे जाम में 19 घंटे तक लोग फंसे थे। पिछले साल भी बादशाहपुर ड्रेन से निकासी नहीं होने से हीरो होंडा अंडरपास में पानी भर गया था जिसमें कई वाहन डूब गए थे। इस बार ड्रेन की क्षमता बढ़ा जलभराव नहीं होने के दावे किए जा रहे थे मगर पहली ही बरसात ने दावों को पानी में मिला दिया।