स्वस्थ समाज: खून के अभाव में न जाए किसी की जान, संगीता नें संभाली कमान
रक्त के अभाव में किसी की जान न चली जाए इसके लिए शहर के मालिबू टाउन निवासी संगीता यादव विभिन्न गांवों में जाकर रक्तदान शिविर लगा रही हैं। संगीता ने बताया कि वे वाणिज्य की प्राध्यापक हैं। उनके द्वारा एलएस (लर्न टू सर्व) फाउंडेशन चलाया जा रहा है। फाउंडेशन द्वारा रक्तदान शिविर लगाए जा रहे हैं और उनसे जमा हुए रक्त को रेडक्रॉस और सरकारी अस्पताल में भिजवाती हैं।
सोनिया, गुरुग्राम
रक्त के अभाव में किसी की जान न चली जाए इसके लिए शहर के मालिबू टाउन निवासी संगीता यादव विभिन्न गांवों में जाकर रक्तदान शिविर लगा रही हैं। संगीता ने बताया कि वे वाणिज्य की प्राध्यापक हैं। उनके द्वारा एलएस (लर्न टू सर्व) फाउंडेशन चलाया जा रहा है। फाउंडेशन द्वारा रक्तदान शिविर लगाए जा रहे हैं और उनसे जमा हुए रक्त को रेडक्रॉस और सरकारी अस्पताल में भिजवाती हैं। इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी कार्य करती हैं। जरूरतमंदों को रक्त मुहैया करवाना है मुख्य लक्ष्य
संस्था द्वारा 4 मार्च 2018 से शुरू किए गए रक्तदान शिविर का लक्ष्य जरूरतमंदों को रक्त मुहैया करवाना है। संगीता बताती हैं कि काफी बार देखने में आया है कि समय पर खून उपलब्ध न होने से कई लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में उन्होंने यह पहल शुरू की है। रक्तदान शिविर के माध्यम से वे न केवल खून इकट्ठा करती हैं बल्कि लोगों को रक्तदान और स्वास्थ्य के लिए जागरूक भी करती हैं। शिविर रविवार को ही आयोजित किया जाता है ताकि गांव के अधिक से अधिक लोग अपना सहयोग दे सकें। संस्था ने पहले साल के लिए ग्यारह गांव को चयनित किया था जिसमें बसई, मेहचाना, जट्टाली, धानी खंबावास, बिलासपुर, मिर्जापुर, दमदमा, हरचंदपुर, अकलिमपुर, पलदा और अलिपुर शामिल थे। इन गांवों में संस्था द्वारा रक्तदान शिविर लगवाए गए थे। इसके अलावा कमजोर तबके व बंजारा समूह की महिलाओं को परिवार नियोजन के प्रति भी जागरूक किया जाता है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए करती हैं प्रेरित
संगीता का कहना है कि संस्था जिन गांवों में रक्तदान शिविर लगाती हैं वहां कार्यशाला आयोजित कर महिलाओं को शिक्षा और रोजगार की भी जानकारी देती हैं। इसके अलावा में आत्मरक्षा के गुर भी सिखाती हैं। कार्यक्षेत्र पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ न हो इसके लिए महिलाओं का जागरूक होना बहुत आवश्यक है। स्टॉल लगा कर किसानों को खेती करने की नवीन तकनीक, डिजिटल पेमेंट, आधार कार्ड संबंधी जानकारी व शिकायतें भी दूर करती हैं। फाउंडेशन को इन कार्यों में सिविल हॉस्पिटल (गुरुग्राम) की टीम, रेड क्रॉस सोसायटी (गुरुग्राम) और महावीर इंटरनेशनल (फरीदाबाद) का विशेष सहयोग मिल रहा है। अस्पताल व रेडक्रॉस में रविवार को अवकाश होने के बाद भी आठ से दस लोगों की टीम संस्था के साथ गांव जाती है और ब्लड संरक्षण में सहयोग करती है। इसके अलावा इन कार्यों में द अर्थ सेवियर फाउंडेशन, स्टारेक्स विश्वविद्यालय के उपकुलपति अशोक दिवाकर, सेक्टर नौ कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ. इंदु जैन, प्राचार्य डॉ. लोकेश शर्मा, संबद्ध गांव के सरपंच और शहर के प्रबुद्ध लोगों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
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रक्तदान शिविर से एकत्रित हुए रक्त को सरकारी अस्पताल में पहुंचाया जाता है। संस्था द्वारा जहां पर भी रक्तदान शिविर लगाया जाता है वहां पर महिलाओं को रोजगार और शिक्षा से संबंधित जानकारी भी दी जाती है ताकि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
- संगीता यादव, संस्थापक, एलएस फाउंडेशन