स्पीड में असफल बच्चों को मिल सकता है मौका
जागरण संवादददाता, गुड़गांव : स्पोटर्स फिजिकल एक्सरसाइज इवेल्यूवेशन डवलपमेंट टेस्ट (स्पीड) में असफल हो
जागरण संवादददाता, गुड़गांव : स्पोटर्स फिजिकल एक्सरसाइज इवेल्यूवेशन डवलपमेंट टेस्ट (स्पीड) में असफल होने वाले बच्चों को एक और मौका मिल सकता है। क्योंकि स्पीड में पास होने वाले बच्चों के परिजन अपने बच्चों को घर से दूर नहीं भेजना चाहते।
कांग्रेस सरकार ने (स्पीड-स्पैट) स्कीम शुरू की थी। इसमें शामिल होने बच्चों को खेल विभाग हर माह रुपये देता रहा। इसमें खेल विभाग की तरफ से छूट थी कि खिलाड़ी कहीं पर प्रशिक्षण ले सकता है। ऐसे में बच्चे अपने पिता, दादा या किसी टीचर के हस्ताक्षर करार रिकार्ड दिखा देता था कि उनके अंडर में प्रशिक्षण चल रहा है। लेकिन अब भाजपा सकरार पैसे का सही उपयोग करने के लिए शर्त रखी है कि स्पीड में शामिल होने वाले बच्चों को अकादमी में रखा जाएगा। जैसे-जैसे परिवार वालों को यह सूचना मिल रही है कि बच्चे अकादमी ही रहेंगे तो वे परेशान हो रहे हैं। स्पीड में 8 से 14 वर्ष के बच्चों को 1500 और 14 से 19 वर्ष के बच्चों को 2000 रुपये हर माह दिए जाते हैं।
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पांच हजार बच्चों की काउंसिलिंग कराई जा रही है। इसके बाद अगर कोई नहीं आएगा, तो सोचा जाएगा।
-केके खडेलवाल, खेल आयुक्त।