गहराया बिजली संकट
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पारा चढ़ते ही शहर में फिर से बिजली संकट गहराने लगा है। शनिवार देर रात तक
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पारा चढ़ते ही शहर में फिर से बिजली संकट गहराने लगा है। शनिवार देर रात तक विभिन्न इलाके के लोग सड़कों पर टहलने को मजबूर हुए। तीन से चार बार न केवल बिजली गुल हुई बल्कि वोल्टेज कम होने की समस्या से भी लोग परेशान हुए। डीएलएफ फेज-3 के लोगों ने रविवार को बैठक कर बिजली निगम एवं डीएलएफ के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया।
बिजली निगम के अधिकारियों ने दावा किया था कि गुड़गांव सर्किल में गर्मी के दौरान बिजली संकट नहीं रहेगा। यह दावा खोखला साबित हो रहा है। जैसे ही गर्मी बढ़ती है, बिजली की आंखमिचौली शुरू हो जाती है। शनिवार देर रात तक डीएलएफ फेज-3 4, 5, सुशांत लोक, साउथ सिटी, पटेल नगर, देवीलाल नगर, राजीव नगर, सेक्टर-17, 18, 10, 15, 31 सहित विभिन्न इलाकों में बिजली की आंखमिचौली चलती रही। लोगों की शिकायत है कि रात आठ बजे के बाद समस्या बढ़ जाती है। यह सिलसिला रात एक से दो बजे तक चलता रहता है।
खास बात यह है कि निगम के मुख्य अभियंता बलवंत सिंह ने कई दिन पूर्व गुड़गांव सर्किल के अधिकारियों की जमकर क्लास ली। इसके बाद भी कोई असर नहीं दिख रहा है।
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आखिर किससे करें शिकायत
''गर्मी बढ़ते ही बिजली की आंखमिचौली शुरू हो जाती है। इस बारे में न तो डीएलएफ सुनने को तैयार है और न ही बिजली निगम। हाइटेंशन लाइनें इस तरह लटकी हैं कि कभी भी हादसा हो सकता है। इस पर कोई ध्यान देने को राजी नहीं। आखिर किससे शिकायत करें।''
-शिवदत्त भैया, निवासी, डीएलएफ फेज-3
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हर तरफ समस्या ही समस्या
कहने को लोग पॉश इलाके में रहते हैं, लेकिन हालत बद से बदतर हैं। हर तरफ समस्या ही समस्या दिखाई देती है। इस समय एक मिनट भी बिजली गुल नहीं होनी चाहिए।
-अशोक जैन, निवासी, डीएलएफ फेज-3
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कोई नहीं समझ रहा जिम्मेदारी
डीएलएफ जैसे इलाके में जब समस्याएं हैं फिर अन्य इलाकों का क्या हाल है, समझा जा सकता है। बिजली, पानी, सड़क व साफ-सफाई जैसी सुविधाओं को लेकर संघर्ष करना पड़े तो इससे हास्यास्पद स्थिति दूसरी नहीं हो सकती। कोई अपनी जिम्मेदारी समझने को तैयार नहीं।
-पंकज दत्त, निवासी, डीएलएफ फेज-3