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नैक का सर्वे पूरा, अब परिणाम का इंतजार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : रेलवे रोड स्थित द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय मूल्यांकन

By Edited By: Published: Sat, 28 Feb 2015 06:38 PM (IST)Updated: Sat, 28 Feb 2015 06:38 PM (IST)
नैक का सर्वे पूरा, अब परिणाम का इंतजार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : रेलवे रोड स्थित द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की टीम ने दौरा किया। तीन दिवसीय इस दौरे में नैक की टीम ने कालेज में मौजूद सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता को विभिन्न मानकों पर परखा। शनिवार को अपने दौरे के अंतिम दिन टीम ने कई अन्य चीजों की जांच की और कालेज की प्रशंसा की। अब कालेज को इंतजार रहेगा कि इसका परिणाम कब तक आता है।

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तीन दिन चले इस सर्वे में नैक की टीम से प्रो. कुनी कृष्णन, डा. मंगल मिश्रा और मुथमिजह सेलवन शामिल रहे। उन्होंने तीन दिनों तक कालेज की सुविधाओं व शिक्षा के स्तर को विभिन्न मानकों पर परखा। पहले दिन सुबह नौ बजे से कालेज की जांच शुरू हुई। सर्वे के लिए आई नैक की टीम के सदस्यों ने बताया कि कालेज में कई खूबियां भी हैं तो कई कमियां भी दिख रही है। उन्होंने कहा कि पूरा अंदाजा तीन दिनों की जांच के बाद ही लगाया जा सकेगा। अंतिम दिन शनिवार को सदस्य वापस लौटे।

क्या होगा परिणाम का प्रभाव

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की इकाई नैक शहर के सभी कालेजों का समय-समय पर भ्रमण करती है। यूजीसी ने हाल ही में सभी यूनीवर्सिटी और कालेजों को नैक से मान्यता लेने का आदेश भी दिया था।

नैक से मिले ग्रेड के आधार पर कालेजों को वित्तीय सहायता दिए जाने का प्रावधान किया गया है। इस वित्तीय सहायता का उपयोग कालेज बुनियादी सुविधा को मजबूत करने और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने में करेगा। अभी तक कालेजों को योजनाओं के तहत आवश्यकता के आधार पर बजट दिया जाता था। अब नैक के आकलन के बाद बनी रिपोर्ट के आधार पर यह बजट दिया जाएगा।

द्रोणाचार्य कालेज के प्राचार्य डा. आरके यादव ने बताया कि अंतिम दिन टीम के सदस्यों ने कालेज की विभिन्न मायनों में प्रशंसा की लेकिन परिणाम क्या होता है यह देखना होगा। उन्हें उम्मीद है कि इस बार कालेज ए ग्रेड हासिल कर लेगा। नैक से मान्यता मिलने के बाद कालेज को कई मद में यूजीसी की ओर से बजट जारी किए जाते हैं। इस बजट में छात्रों के लिए किताबें, सेमिनार, शिक्षकों के लिए कांफ्रेंस, कार्यशाला, भवन निर्माण आदि के काम में लाया जाता है।


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