युवा पीढ़ी को नशे से रहना चाहिए दूर: डा. गिरीश कुमार
संवाद सूत्र रतिया नशा मुक्त भारत अभियान के तहत सोमवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय म
संवाद सूत्र, रतिया :
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत सोमवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में ब्लॉक स्तरीय सेमीनार का आयोजन किया गया। इस सेमीनार में रतिया ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। विद्यालय के प्राचार्य गोविद शर्मा की अध्यक्षता में आरंभ हुए सेमीनार के दौरान मनोरोग विशेषज्ञ एवं उप सिविल सर्जन डा. गिरीश डोडा मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्य वक्ता ने नशे से होने वाले दुष्प्रभावों व इससे होने वाले घातक परिणामों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशे से मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक युवा पीढ़ी में जागरूकता अत्यन्त अनिवार्य है, तभी देश प्रगतिशील होगा। देश और देशवासियों के हित के लिए नशे को जड़ से उखाडना होगा तभी देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने नशे से मुक्त रहने के उपाय समझाते हुए बताया कि नशे के आदी व्यक्ति को समझाए कि वे परिवार के लिए और परिवार उनके लिए कितनी अहमियत रखता है। युवाओं को बुरी संगति से दूर रहने के लिए उन्हें प्रेरित करना चाहिए और उनका ध्यान खेलों की ओर करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सबसे ध्यान देने योग्य यह बात है कि अकेले बिल्कुल भी न रहें। परिजन खासकर छोटे-छोटे बच्चे हो तो उनके साथ समय व्यतीत करने का प्रयास करें। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के शिक्षक भी उपस्थित थे।
धूम्रपान न करने का दिया संदेश संवाद सूत्र, रतिया :
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 नवंबर तक मनाए जा रहे तंबाकू उन्मूलन सप्ताह के पहले दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अहरवां में स्वास्थ्य कर्मियों को इस कार्यक्रम को लेकर शपथ दिलाई गई। इस तरह का धूम्रपान न करने के लिए दूसरों को भी प्रेरित करने के लिए आह्वान किया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की इंचार्ज डा. शिल्पा ने स्वास्थ्य कर्मियों को शपथ दिलाते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में 15 नवंबर तक तंबाकू उन्मूलन सप्ताह मनाया जा रहा है और इसके तहत आम लोगों को प्रेरित करने की बहुत जरूरत है। डा. शिल्पा ने बताया कि धूम्रपान करने से कैंसर की बीमारी भी हो सकती है, इसलिए ऐसे पदार्थो से हमें न केवल स्वयं बचना होगा, बल्कि दूसरों को भी बचाना होगा। विश्व भर में तंबाकू के बढ़ते उपयोग और उसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव चिता का कारण बन गए हैं।