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स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वावलंबी बनें महिलाएं : डा. संतोष

जागरण संवाददाता फतेहाबाद कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहाबाद द्वारा गांव हसंगा में महिला किसान

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 01:18 AM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 01:26 AM (IST)
स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वावलंबी बनें महिलाएं : डा. संतोष

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहाबाद द्वारा गांव हसंगा में महिला किसान दिवस मनाया गया।

कार्यक्रम की संयोजिका डा. संतोष रानी ने महिलाओं को महिला किसान दिवस के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि हमारे देश में 70 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है और उनका काम खेतीबाड़ी का है। खेतीबाड़ी का ज्यादा काम महिलाएं करती हैं जैसे निराई, गुडाई, कपास की चुगाई व कटाई, भंडारण, पशुपालन आदि अनेक कार्य महिलाओं के द्वारा किए जाते हैं। इसके साथ-साथ महिलाएं घर-परिवार भी संभालती हैं। दोगुनी मेहनत करने के बाद उनके काम को कभी इतना महत्व नहीं दिया जाता, इसलिए महिलाओं को संगठित होकर स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वावलंबी बनना चाहिए। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा समय-समय पर व्यवसायिक प्रशिक्षण करवाए जाते हैं। इसके साथ महिलाओं को जागरूक करने के लिए और कार्यक्रम जैसे महिला किसान दिवस, पोषण माह, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाए जाते हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा फल व सब्जी परिक्षण, मधुमक्खी पालन, खुंभ उत्पादन, केंचुए की खाद, सिलाई-कढ़ाई आदि पर व्यवसायिक प्रशिक्षण करवाए जाते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और स्वरोजगार के लिए प्रेरित होंगी।

कृषि विज्ञान केन्द्र के सुशील कुमार ने महिला किसानों को गृह वाटिका के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि घर पर सब्जियां होने से बाजार से नहीं खरीदनी पड़ेगी।


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