स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत कुछ मिला, कई उम्मीदें अभी बाकी
फतेहाबाद लोकसभा चुनाव को कुछ समय रह गया है। जनता अब सरकार के कामक
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : लोकसभा चुनाव को कुछ समय रह गया है। जनता अब सरकार के कामकाज पर नजर डाल रही है। क्या हुआ और क्या होना अभी बाकी है। इसमें स्वास्थ्य अहम मुद्दा है। पिछले अगर पांच सालों की बात की जाए तो जिला को बहुत कुछ मिला है और कुछ उम्मीदें अभी बाकी हैं। कई ऐसी घोषणाएं है जो पिछली सरकार में की गई थी और उन्हें अब पूरा किया गया है। कुछ उम्मीदें ऐसी भी हैं जो अभी तक पूरी नहीं हो पाई हैं। इसमें जिला अस्पताल की का निर्माण शामिल है। पिछले 12 सालों से सिर्फ जिला अस्पताल के निर्माण को लेकर मात्र आश्वासन ही मिल रहा है, लेकिन धरातल पर अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है।
अगर सरकार के रिपोर्ट कार्ड की बात की जाए तो पिछली सरकार में जिला में 14 पीएचसी थी जिनकी संख्या अब बढ़कर 18 हो गई है। पांच गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की पिछले सरकार में घोषणा की गई थी, जो कि अब जाकर पूरी हुई है। जिला में इस दौरान 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहे हैं जो कि पहले चार थे।
डाक्टरों की स्थिति में नहीं हुआ सुधार
स्वास्थ्य संबंधित कार्यक्रमों में बेशक बढ़ोतरी हुई है लेकिन डाक्टरों की स्थिति जस की तस ही है। पिछली सरकार में भी डाक्टरों की जितनी कमी थी उतनी ही अब है। इसमें एक फीसद भी फर्क नहीं पढ़ा है। जिले में डाक्टरों के करीब 100 पद खाली पड़े हैं। फोरलेन होने के बावजूद फिलहाल यहां ट्रामा सेंटर नहीं शुरू हो पाया है। नशा मुक्ति केंद्र हुआ शुरू
जिला मुख्यालय में नशा मुक्ति केंद्र जिले के लिए सबसे बड़ी सौगात है। पंजाब से जिला सटा होने के कारण जिले में युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं। 2018 में जिला अस्पताल में स्थायी रूप से नशा मुक्ति केंद्र की शुरुआत की गई। काला-पीलिया उपचार हुआ शुरू :
पिछले करीब 10 सालों से जिले में काला-पीलिया के उपचार को लेकर मांग उठ रही थी। जो कि 2016 में पूरी हुई। इससे पहले मरीजों को उपचार करवाने के लिए रोहतक पीजीआइ जाना पड़ता था। अब जिला अस्पताल में ही उपचार शुरू हो गया है। जिले के करीब 1850 मरीज काला-पीलिया का निशुल्क उपचार ले चुके हैं। पेंटर का पांच लाख का उपचार हुआ निशुल्क
वर्ष 2018 में शुरू हुई आयुष्मान योजना जिले के लोगों के लिए फायदेंमंद साबित हो रही है। जिले के करीब साढे़ 7 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इसमें लाभार्थी ऐसा भी शामिल है। इसे पूरे 5 लाख रुपये का लाभ मिला है। पेंटर प्रेम कुमार का पांच लाख रुपये पैकेज में दिल की बीमारी का निशुल्क उपचार हुआ है।