चुनाव में फतेहाबाद में वोटिग बढ़ाने के लिए बहाना होगा पसीना, 2014 में रहा था पीछे
मुकेश खुराना फतेहाबाद लोकसभा चुनावों को लेकर हरियाणा में होने वाली वोटिग को कुछ
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
लोकसभा चुनावों को लेकर हरियाणा में होने वाली वोटिग को कुछ समय बाकि रह गया है। ईवीएम के साथ इस बार वीवीपैट नई तकनीक को चुनाव में उतारा गया है। चुनाव की पारदर्शितों को बनाए रखने में ये सहयोग करेगी। लेकिन अब सब की नजर मतदान फीसद पर है। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार कितने फीसद मतदान बढ़ सकता है। पिछले चुनावों में गांवों की तुलना में शहर में सबसे कम मतदान हुआ था। 50 फीसद तक ही शहरी वोटर वोट डालने के लिए पहुंचे थे जबकि इसकी तुलना में गांवों में 90 फीसद तक मतदान हुआ था।
हालांकि सौ फीसद मतदान तक कोई बूथ नहीं पहुंच पाया था। अब प्रशासन की नजर सबसे कम मतदान वाले क्षेत्रों पर है। वर्ष 2014 के आंकड़ों पर नजर डाले तो रतिया विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 77.87 फीसद तक वोटिग हुई थी। फतेहाबाद विधानसभा में सबसे कम 74.35 फीसद तक मतदान हुआ। हालांकि तीनों ही विधानसभा क्षेत्रों में शहर में वोटिग सबसे कम रही।
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कहीं सबसे ज्यादा तो कहीं हुई सबसे कम वोटिग
विधानसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा फीसद सबसे कम फीसद कुल वोटिग फीसद
टोहाना उदयपुर 94.07 शहर टोहाना 59.61 77.05
फतेहाबाद सिथला 88.27 शहर फतेहाबाद 56.12 74.35
रतिया मानकपुर 92.82 शहर रतिया 59.59 77.87
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ये हुई वोटरों में बढ़ोतरी
विधानसभा 2014 2019
टोहाना 203471 211601
फतेहाबाद 219097 232409
रतिया 194750 207655
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कम वोटिग वाले बूथों रिपोर्ट जांचने में जुटेंगे अधिकारी
निर्वाचन आयोग ने कम वोटिग वाले बूथों रिपोर्ट मांगी। 2014 में जिन बूथों पर कम मतदान हुआ था। चुनाव कार्यालय इनकी रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है। अधिकारियों की माने तो 60 से 70 फीसद तक मतदान वाले बूथों की संख्या ज्यादा है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 21-21 बूथों का चयन किया जाएगा। यहां पर अधिकारी जाकर कम वोटिग के कारणों का पता लगाएंगे और अभियान चलाकर जागरूक करेंगे। अधिकारियों के मुताबिक ऐसे बूथों में शहरी बूथों की संख्या ज्यादा है।
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