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हाईवे के निर्माण में टूटी थी स्कूल की बिल्डिग, 55 लाख रुपये लेकर फिर भी नहीं बनी, खुले में पढ़ रहे छात्र

जागरण संवाददाता फतेहाबाद हिसार-डबवाली हाईवे के निर्माण के दौरान गांव धांगड़ के राज

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Nov 2019 12:03 AM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 06:17 AM (IST)
हाईवे के निर्माण में टूटी थी स्कूल की बिल्डिग, 55 लाख रुपये लेकर फिर भी नहीं बनी, खुले में पढ़ रहे छात्र
हाईवे के निर्माण में टूटी थी स्कूल की बिल्डिग, 55 लाख रुपये लेकर फिर भी नहीं बनी, खुले में पढ़ रहे छात्र

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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हिसार-डबवाली हाईवे के निर्माण के दौरान गांव धांगड़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल की बिल्डिग को तोड़ा गया था। तीन साल बीतने के बाद ये बिल्डिग अभी तक नहीं बनी है। स्कूल के छात्र ठंड में खुले मैदान में पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। स्कूल को 11 कमरे चाहिए और मात्र 4 कमरे हैं। ऐसे में छात्रों को परेशानी हो रही है लेकिन विभाग कोई सुध नहीं ले रहा है। ये हालात तब हैं जब एनएच स्कूल की बिल्डिग की एवज में 55 लाख रुपये स्कूल को दे चुका है लेकिन शिक्षा विभाग मुख्यालय ने ये कहकर वापस ले लिए कि वह खुद निर्माण करवाएंगे। लेकिन तीन साल बीतने के बावजूद कमरों का निर्माण नहीं हुआ है।

गांव की पंचायत शिक्षा विभाग से बार-बार कमरों का निर्माण करने की मांग कर रही है और यहां का शिक्षा विभाग मुख्यालय का रिमांडर भेज-भेजकर टेंडर लगाने की याद दिलवा रहा है।

2016 में हाईवे के निर्माण के दौरान गांव धांगड़ के राजकीय स्कूल की बिल्डिग बीच में आई थी और इसके करीब सात कमरों को तोड़ दिया गया था। हाईवे ऑथोरटी ने इसकी एवज में 55 लाख रुपये स्कूल के अकाउंट में डलवाए थे, लेकिन शिक्षा विभाग ने इसे बड़ी रकम मानते हुए स्कूल से ले लिए थे। इसके बाद शिक्षा विभाग मुख्यालय को स्कूल का निर्माण करवाना था। पंचायत के मुताबिक कक्षा छठी से दसवीं तक पांच कमरों की जरूरत है और कक्षा ग्यारहवी और बारहवीं के लिए चार कमरों की जरूरत है। 11 कमरे चाहिए लेकिन मौके पर चार ही कमरें है। ऐसे में सात कक्षाओं के विद्यार्थी बाहर खुले में पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। बरसात के समय हालात ये होते हैं कि विद्यार्थियों की छुट्टी करनी पड़ती है। इसके अलावा अब ठंड में विद्यार्थियों के लिए बैठने की व्यवस्था नहीं है। प्राइमरी स्कूल में दो कमरें मिले हैं लेकिन वहां भी विद्यार्थी पूरे नहीं आ रहे हैं।

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पंचायत कई बार शिक्षा विभाग से स्कूल में कमरों के निर्माण की मांग कर चुकी है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। छात्र ठंड में बाहर पढ़ने को मजबूर हैं। स्कूल को 55 लाख रुपये मिला था, लेकिन शिक्षा विभाग ने अभी तक टेंडर जारी नहीं किया है। अस्टीमेट बनाकर भी भेजा जा चुका है।

- प्रेम कुमार

सरपंच, गांव धांगड़

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शिक्षा विभाग मुख्यालय को अस्टीमेट भेज रखा है, कई बार रिमांडर भी भेजा जा चुका है। उम्मीद है जल्द टेंडर जारी हो जाएगा।

- दयानंद सिहाग

जिला शिक्षा अधिकारी


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