तहसीलदार ने गांव हड़ोली में किया आधुनिक मशीनों का किया निरीक्षण
संवाद सूत्र रतिया तहसीलदार विजय मोहन सियाल ने वीरवार को गांव हड़ोली में कानूनगो गुरमेल
संवाद सूत्र, रतिया : तहसीलदार विजय मोहन सियाल ने वीरवार को गांव हड़ोली में कानूनगो गुरमेल सिंह के खेत में 20 एकड़ भूमि पर आधुनिक मशीनों द्वारा धान की फसल के अवशेष स्टरा बैलर से गांठें बनाने के कार्य का निरीक्षण किया।
तहसीलदार ने कहा कि प्रशासन व कृषि विभाग द्वारा किए गए कार्यो से पराली जलाने की घटनाओं में पिछले वर्ष की तुलना में काफी कमी आई है। आधुनिक मशीनों द्वारा फसलों के अवशेष से गांठें बनाने पर तहसीलदार ने कानूनगों की सराहना की। उन्होंने क्षेत्र के किसानों से अपील की है कि वे धान कटाई के बाद फसल अवशेष को आग ना लगाएं। खेतों में फसल अवशेष जलाने से न केवल मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। फसल अवशेष को जलाने से विभिन्न प्रकार के लाभदायक सूक्ष्मजीव और मित्र कीट के अंडे आदि होते हैं, आग में भस्म हो जाते हैं। सरकार द्वारा फसल अवशेषों का सही प्रबंधन करने के लिए कृषि यंत्रों पर भारी अनुदान भी दिया जाता है और पराली प्रबंधन करने वाले किसानों को भी प्रोत्साहन स्वरूप राशि दी जाती है।उन्होंने बताया कि किसान यदि औद्योगिक इकाई में गांठों को बेचता है तो उसे संबंधित औद्योगिक इकाई से बिल प्राप्त करना होगा। इसके अलावा यदि पंचायत द्वारा उपलब्ध करवाई गई भूमि पर गांठों को एकत्रित करता है तो ग्राम पंचायत एवं विभागीय कर्मचारियों द्वारा उसे सत्यापित प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा, जिसे किसान द्वारा उक्त पोर्टल पर अपलोड करना होगा, ताकि किसान को पराली प्रबंधन बारे प्रोत्साहन राशि दी जा सके।