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डीएपी खाद की कालाबाजारी रोकेगी फ्लाइंग टीम, हर थाना क्षेत्र में गठित की टीम

जिले में सरसों की बिजाई के साथ अब धान की बिजाई भी शुरू हो गई। इसके अलावा आलू की बिजाई भी किसानों शुरू कर दी है। यहीं कारण है कि जिले में अब खाद की किल्लत बढ़ती जा रही है। लेकिन राहत की बात ये है कि कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए टीम का गठन कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 09:36 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 09:36 PM (IST)
डीएपी खाद की कालाबाजारी रोकेगी फ्लाइंग टीम, हर थाना क्षेत्र में गठित की टीम
डीएपी खाद की कालाबाजारी रोकेगी फ्लाइंग टीम, हर थाना क्षेत्र में गठित की टीम

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में सरसों की बिजाई के साथ अब धान की बिजाई भी शुरू हो गई। इसके अलावा आलू की बिजाई भी किसानों शुरू कर दी है। यहीं कारण है कि जिले में अब खाद की किल्लत बढ़ती जा रही है। लेकिन राहत की बात ये है कि कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। एक फ्लाइंग टीम का गठन जिला उपायुक्त महावीर कौशिक ने की है। पिछले दिनों रतिया, जाखल व भट्टूकलां में खाद की कालाबाजारी होने का मामला सामने आया था। कालाबाजारी में शामिल व्यापारियों पर कार्रवाई भी की गई है। ऐसे में उनका लाइसेंस सस्पेंड भी कर दिया गया हैं।

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सोमवार को जिला उपायुक्त ने हर थानावाइज टीम का गठन किया गया है। जिले में नौ थाना है। ऐसे में इस टीम में एक तहसीलदार या नायब तहसीलदार। एक कृषि अधिकारी के अलावा एक शहर थाना प्रभारी या पुलिस कर्मचारी रहेगा। जिन दुकानों पर खाद बेची जा रही है उनका स्टाक की जांच करे और कृषि विभाग के अधिकारियों के पास भेजे।

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सोमवार को दुकानों की जांच

फतेहाबाद शहर में दुकान नंबर 87 पर जाकर खाद के बैग की जांच की। यहां पर रिकार्ड ठीक मिला है। इस अवसर पर गुणवता नियंत्रक अधिकारी ओमप्रकाश पूनिया व पुलिस कर्मचारी विनोद भी शामिल था। किसानों को दी गई खाद व उनके पास बचे स्टाक की जानकारी ली गई। यहां पर किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं मिली। कृषि अधिकारियों की माने तो इस समय किसानों को 5 लाख बैग डीएपी खाद की जरूरत है। इस समय डेढ़ लाख डीएपी खाद किसानों को मिल चुकी है। वहीं स्टाक अब जिले में केवल 15 हजार का रह गया है। कृषि अधिकारियों की माने तो आने वाले समय में डीएपी खाद भी जिले में आ जाएगी।

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सरसों की फसल में सिगल सुपर फास्फेट खाद का करे इस्पेमाल

सिगल सुपर फास्फेट एक फास्फोरस उर्वरक है। जिसमें 16 प्रतिशत फास्फोरस एवं 11 प्रतिशत सल्फर है। इसमें उपलब्ध सल्फर के कारण तिलहनी एवं दलहनी फसलों के लिए अन्य उर्वरक की अपेक्षा अधिक लाभदायक है। डीएपी की अपेक्षा सिगल सुपर फास्फेट सस्ता एवं बाजार में आसानी से उपलब्ध है। डीएपी के एक बैग की कीमत 1200 रुपये हैं, जबकि उसमें 23 किलोग्राम फास्फोरस व 9 किलोग्राम नाइट्रोजन पाई जाती है। डीएपी के स्थान पर सिगल सुपर फास्फेट के 3 बैग 900 रुपये एवं यूरिया का एक बैग 266 रुपए में लेते है, तो 1166 रुपए खर्च होंगे।

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जिले में खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए जिला उपायुक्त ने फ्लाइंग टीम का गठन किया गया हैं। इस टीम में तहसीलदार या नायब तहसीलदार, पुलिस कर्मचारी व कृषि अधिकारी शामिल किया गया है। जिले में आगामी दिनों में डीएपी खाद की कोई किल्लत नहीं रहेगी।

डा. राजेश सिहाग, उपकृषि निदेशक फतेहाबाद।


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