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सूरज के तेज पर स्मॉग का बादल, एक्यूआइ रिकॉर्ड 738 पर पहुंचा

जागरण संवाददाता फतेहाबाद सोमवार सुबह से ही स्मॉग व धुंध का मिश्रण होने के बाद सुबह सू

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 07:51 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 07:51 AM (IST)
सूरज के  तेज पर स्मॉग का बादल, एक्यूआइ रिकॉर्ड 738 पर पहुंचा
सूरज के तेज पर स्मॉग का बादल, एक्यूआइ रिकॉर्ड 738 पर पहुंचा

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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सोमवार सुबह से ही स्मॉग व धुंध का मिश्रण होने के बाद सुबह सूर्यदेव के दर्शन तक नहीं हुए। जिले की आबोहवा इतनी खराब हो गई कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया। सोमवार को रिकॉर्ड एयर क्वालिटी इंडक्स (एक्यूआइ) दर्ज किया गया। दोपहर साढ़े 3 बजे एक्यूआइ 738 दर्ज किया गया जो अब तक का सर्वाधिक है। शहर को ओवरऑल एक्यूआइ 441 रहा। प्रदूषण का यह स्तर खतरनाक है। देर रात को मौसम में नमी आने के कारण इस स्मॉग का असर अधिक देखने को मिल रहा है। धूप न निकलने के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। पिछले दो दिनों से दिन व रात के तापमान में एक डिग्री की कमी आई है। पहले अधिकतम तापमान 30 डिग्री के आसपास था जो गिरकर अब 29 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 14 से गिरकर 13 पर पहुंच गया है।

इस समय गेहूं बिजाई का समय चल रहा है। वहीं धान निकालने का समय अंतिम दौर में चल रहा है। ऐसे में किसान अपने खेतों को खाली करने के लिए धान की पराली में आग लगा रहे है। इसका असर प्रदूषण पर देखा जा सकता है। जिले में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआइ है। इससे पहले 662 तक एक्यूआइ पहुंच चुका था। सोमवार को क्यूआइ खतरनाक स्तर पर है। ऐसे में सांस लेने के साथ ही आंखों में जलन भी हो रही है। चिकित्सक खुद मान रहे है कि अस्पताल में आने वाले 40 फीसद मरीज आंखों में जलन के आ रहे हैं।

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विरोध के बाद एक भी दर्ज नहीं हुआ मामला

करीब पांच दिन पहले कृषि विभाग के अधिकारियों को रतिया के गांव बबनपुर में बंधक बनाया था। गाड़ी की हवा भी निकाल दी थी। उसके बाद से आज तक एक भी किसान पर एफआइआर दर्ज नहीं हुई। पांच दिन पहले जो आंकड़ा था वो ही बरकरार है। लेकिन जो आंकड़ा बढ़ा है वो हरसेक से मिलने वाले डाटा का बढ़ा है। अब जिले में हरसेक ने 1050 जगह की लोकेशन भेजी है जहां पराली में आग लगी है। लेकिन कृषि विभाग दावा कर रही है कि इसमें से 40 फीसद लोकेशन फेक है। वही कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों में जाकर लोकेशन की जांच करनी भी बंद कर दी है।

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पराली जलाने पर कितना है जुर्माना

2 एकड़ से कम भूमि : 2500 प्रति घटना

2 एकड़ से 5 एकड़ तक : 5000 प्रति घटना

5 एकड़ से अधिक भूमि: 15000 प्रति घटना

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सोमवार को ये रहा रहा एक्यूआइ

सुबह ढाई बजे बजे : 667

सुबह साढ़े 5 बजे : 593

सुबह साढ़े 7 बजे : 618

सुबह साढ़े 8 बजे : 587

सुबह साढ़े 10 बजे : 590

सुबह साढ़े 11 बजे : 704

दोपहर साढ़े 3 बजे : 738

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अब एयर क्वालिटी में प्रदूषण की मात्रा

पीएम 10 : 548

पीएम 2.5 : 493

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अब जरा आंकड़ों पर डाले नजर

किसानों के खिलाफ दर्ज मामले : 300

जिले में पराली जलाने की मिली लोकेशन :1050

पिछले साल कितनी दर्ज हुई थी एफआइआर: 481

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एक्यूआइ कहां तक होता है खतरनाक

0-50 : अच्छा

51-100 : संतोषजनक

101-200 : थोड़ा प्रदूषित

201-300 : खराब

301-400 : बहुत खराब

401-500 : गंभीर

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दमा रोगी इस धुएं से अपने आप को कैसे बचाएं

-दमा रोगी घर के अंदर ही रहे।

-घर के सभी दरवाजे व खिड़कियां बंद कर ले।

- ठंडी वस्तुओं से परहेज करना चाहिए।

-अगर सांस लेने में ज्यादा दिक्कत है तो चिकित्सक की सलाह अवश्य ले।

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आंखों को कैसे बचाएं

-घर से बाहर निकलते समय चश्मा अवश्य लगाएं।

-एक घंटे के बाद अपनी आंखों को ठंडे पानी से धोएं।

- आंखों को बार-बार मसलना नहीं चाहिए।

-आंखों मेंजलन कम नहीं हो रहा है तो चिकित्सक की सलाह अवश्य ले।

-बिना चिकित्सक की सलाह के आंखों में कोई दवा ना डालें।

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इस समय जिले की आबोहवा बहुत खराब है। पराली से निकलने वाला धुएं के कारण आंखों में जलन हो रही है। इस मौसम में अपनी आंखों को बचाना है। इसके लिए चश्मा अवश्य लगाएं। एक घंटे के बाद ठंडे पानी से आंखों को साफ करे। अगर फिर भी जलन दूर नहीं हुई तो चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

- राजेश चौधरी, नेत्र रोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल फतेहाबाद।


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