विद्यार्थियों ने रैली निकाल किसानों को पराली न जलाने के लिए किया प्रेरित
जागरण संवाददाता फतेहाबाद इस समय धान कढ़ाई का कार्य तेज गति से चल रहा है। कुछ किस
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
इस समय धान कढ़ाई का कार्य तेज गति से चल रहा है। कुछ किसान पराली में आग भी लगा रहे है तो कुछ किसान जागरूक होकर इसे खेतों में मिला रहे है। दैनिक जागरण किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रहा है। वहीं कृषि विज्ञान केंद्र भी किसानों के खेतों में जाकर उन्हें जागरूक कर रहा है। अब दैनिक जागरण व कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी एक साथ मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ा रहे है। बुधवार को गांव डूल्ट में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केंद्र में स्कूली बच्चों को भी बुलाया गया। इस अवसर पर किसान भी मौजूद थे। कृषि विज्ञान केन्द्र के संयोजक डा. सरदूल मान ने कहा कि खादों के अंधाधुंध प्रयोग के कारण हमारी जमीन की उर्वरा शक्ति घटती जा रही है इसलिए किसानों को खाद का प्रयोग संतुलित मात्रा में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब किसान पराली में आग लगाकर जमीन के अंदर जो हमारे मित्र कीट थे उसे भी मार रहे है। रसायनिक दवाईयों के छिड़काव पर रोक लगाने के साथ ही हमें अपनी धरा को प्रदूषित होने से बचाना होगा। केन्द्र के मृदा वैज्ञानिक डॉ. संतोष कुमार ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड के महत्व, मृदा के नमूने लेने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों को रसायनिक खाद के साथ-साथ गोबर की खाद, केंचुए की खाद, हरी खाद व अन्य जैविक खादों के प्रयोग पर बल दिया ताकि मृदा की उर्वरा शक्ति लंबे समय तक बनी रहे। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी होने पर फसलों में छिड़काव द्वारा कमी दूर की जा सकती है। शिविर के दौरान कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के विभिन्न सवालों के जवाब भी दिए और किसानों को फार्म दर्शन भी करवाया गया। इस अवसर पर बच्चों ने गांव में जागरूकता रैली भी निकाली। बच्चों ने किसानों से कहा कि अगर वे पराली जलाएंगे तो नुकसान हमें ही होगा। इसलिए आज हमें प्रण लेना चाहिए कि ना तो वो पराली जलाएंगे और ना ही रासायनिक पदार्थो का प्रयोग करेंगे।