नशा रोकने के लिए तोड़ी जाएगी सप्लायारों की चेन सप्लाई : एसपी
जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में ड्रग्स माफिया लगातार पैर पसार रहा है। अब तो चिट्टा नश
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में ड्रग्स माफिया लगातार पैर पसार रहा है। अब तो चिट्टा नशा पंजाबी बेल्ट से बागड़ी बेल्ट के गांवों में भी आम हो गया है। चुनावों में नशा मुद्दा बेशक बना हो, लेकिन इसे खत्म करने के लिए अभी तक गंभीरता से प्रयास नहीं हुआ। जिसके चलते लोगों को परेशानी आ रही है। वहीं फतेहाबाद के नवनियुक्त आइपीएस पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने आते ही फतेहाबाद में दूसरे दिन अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने दावा किया कि नशा रोकने के लिए वे चेन सप्लायर को खत्म करेंगे। इसके लिए कठोरता से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार ने भी इसके लिए गंभीर है। सरकार ने इसके लिए प्रदेश स्तर पर एएनसी यानी एंटी नारकोटिक्स सेल का गठन किया है। वहीं उन्होंने कहा कि नशे की गिरफ्त में आ चुके लोगों को विशेष जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा लोग नशे की चपेट में न आएं, इसके लिए उन्हें नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में स्थित नशा मुक्ति केंद्र में नशा पहुंचाने का मामला गंभीर है। इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशेड़ियों पर शिकंजा कसा जाएगा और नशा सप्लाई करने वाले लोगों को पकड़ कर उनकी प्रॉपर्टी अटैच के भी भरसक प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नशा सप्लायर में यदि नाइजीरियन शामिल हुए तो उन्हें भी पकड़ा जाएगा।
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साइबर क्राइम रोकने के लिए होगा विशेष प्रयास
पुलिस अधीक्षक ने भरोसा दिलाया कि जिला फतेहाबाद की साइबर क्राइम विग को और मजबूत किया जाएगा एवं कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने गुरुग्राम में रहते हुए भी इस दिशा में बहुत अधिक काम किया है। साइबर क्राइम रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। सभी मामलों एफआइआर जरूर दर्ज करें।
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महिला सप्लायरों पर भी होगी सख्ती
जिले में महिला नशा सप्लायरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इसके लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के साथ अन्य माध्यम से भी आमजन उन्हें इस बारे में सूचित कर सकता। महिलाओं द्वारा नशा तस्करी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी महिला तस्करों को रोकने के लिए आवश्यक हुआ तो महिला पुलिस तैनात की जाएगी। इसके अलावा चार्ट के अनुसार दुर्गा फोर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि बेटियों व महिलाओं की रक्षा हो सके।
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चार साल बाद जिले में आईपीएस की नियुक्ति
जिले में चार साल बाद आईपीएस पुलिस अधिकारी को पुलिस अधीक्षक बनाकर सरकार ने नियुक्त किया है। इससे पहले नियुक्त अधिकांश अधिकारी एचसीएस थे। नवंबर 2015 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व आईपीएस पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया का विवाद हो गया था। उसके बाद फतेहाबाद में आईपीएस अधिकारी पुलिस अधीक्षक नियुक्त नहीं हुआ। इसी बीच तीन पुलिस अधीक्षक बदले। सभी एचसीएस थे।