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रतिया क्षेत्र में तालाबों का होगा जीर्णोद्धार, एसडीएम ने लगाई अधिकारियों की ड्यूटी

संवाद सूत्र रतिया तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए अब प्रशासन भी आगे आ गया है। दैनिक जागरण

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Jul 2019 10:41 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 06:30 AM (IST)
रतिया क्षेत्र में तालाबों का होगा जीर्णोद्धार, एसडीएम ने लगाई अधिकारियों की ड्यूटी
रतिया क्षेत्र में तालाबों का होगा जीर्णोद्धार, एसडीएम ने लगाई अधिकारियों की ड्यूटी

संवाद सूत्र, रतिया :

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तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए अब प्रशासन भी आगे आ गया है। दैनिक जागरण ने 'सहेज लो हर बूंद' अभियान तब से शुरू किया है जब से प्रशासन ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। तीन दिन पहले डीसी ने अधिकारियों की बैठक लेकर तालाबों को जीर्णाेद्धार करने के आदेश दिए थे। अब रतिया की एसडीएम ने अधिकारियों की बैठक तालाबों की सफाई करवाने व उनके जीर्णोद्धार करने के आदेश जारी कर दिए है। इस संबंध में अधिकारियों की बैठक ली और एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने के भी आदेश दिए है। वहीं अब ग्राम पंचायतों को मनरेगा द्वारा इन तालाबों की सफाई करवानी होगी और बरसात का पानी इकट्ठा करने के लिए प्रबंधन करने होंगे।

एक समय था जब जिले में 600 से अधिक तालाब होते थे। लेकिन समय व जनसंख्या बढ़ने के कारण इन तालाबों पर कब्जा हो गया है। यहीं कारण है कि अब जिले में महज 300 तालाब ही बचे है। वो भी अपने अस्तित्व को खो रहे है। दैनिक जागरण ने अभियान चलाकर अब अधिकारियों की आंखें खोल दी और इस पर काम भी शुरू कर दिया है। एसडीएम ने अधिकारियों की बैठक ली

एसडीएम ने अधिकारियों की बैठक लेकर आदेश दिए है कि तालाबों के जीर्णोद्धार कर इसकी रिपोर्ट सात दिनों के अंदर दे। वहीं पंचायत अधिकारियों से कहा कि जिन तालाबों की हालत खराब है वहां की मनरेगा द्वारा सफाई करवाए। यह काम बरसात से पहले हो जाना चाहिए। अगर मानसून की बरसात शुरू हो गई तो आने वाले दो महीने तक कुछ नहीं होगा और बरसात का जो पानी इकट्ठा करने की जो योजना है वो भी फेल हो जाएगी। वहीं पंचायतों को भी कहा कि वे अपने स्तर पर तालाबों की सफाई करवाये। बरसात का पानी तालाबों के अंदर जाए इसके लिए विशेष प्रबंधन करे। जो नालियां बंद है तो उसे खुलवा दे ताकि तालाब में पानी अच्छे से जा सके।

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तालाबों का करवाए सुंदरीकरण

अधिकारियों को आदेश दिए है कि तालाब के अंदर पानी होता है। इसलिए वन विभाग तालाबों के चारों तरफ पौधे लगाए। वहीं पंचायतों की जिम्मेदार भी तय कर दे कि इनकी रखवाली पंचायत विभाग करेगी। इन पौधों में पानी भी तालाब से लिया जा सकेगा। यह तभी होगा जब तालाबों के अंदर पानी होगा। अधिकारियों को सात दिनों के अंदर रिपोर्ट करने के आदेश दिए है। वहीं एसडीएम खुद इन गांवों का निरीक्षण करेगी। वहीं तालाबों व गांवों में रिचार्ज बोर करवाने के आदेश दिए है ताकि बरसात का पानी जमीन के अंदर छोड़ा जा सके। बैठक में तहसीलदार विजय सियाल, बीडीपीओ रमेश मिथलानी, बीईओ लक्ष्मीकांत शर्मा, नपा एमई सुमेर सिंह, सत्यवीर, एसडीओ दिलबाग सिंह, जेई जगदीश कुमार आदि उपस्थित रहे।

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तालाबों के जीर्णाेद्धार के आदेश दे दिए है। वहीं पंचायत विभाग से कहा कि जिन तालाबों की सफाई नहीं हुई वहां मनरेगा द्वारा सफाई करवाए ताकि बरसात का पानी इसके अंदर छोड़ा जा सके। वे खुद इस काम की निगरानी करेगी। अगर हम अभी से पानी बचाएंगे तभी तो हमारे भविष्य को उचित पानी मिल सकेगा।

-डा. किरण सिंह,

एसडीएम रतिया।


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