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पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस करेगी आंदोलन : पूनिया

जागरण संवाददाता फतेहाबाद महिला कांग्रेस की जिला प्रधान कृष्णा पूनिया ने कहा कि पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस करेगी देश भर में आंदोलन करेगी जिसके अंतर्गत 29 जून को कांग्रेस पार्टी द्वारा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे के बीच देश भर में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 08:00 AM (IST)
पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस करेगी आंदोलन : पूनिया
पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस करेगी आंदोलन : पूनिया

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : महिला कांग्रेस की जिला प्रधान कृष्णा पूनिया ने कहा कि पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस करेगी देश भर में आंदोलन करेगी जिसके अंतर्गत 29 जून को कांग्रेस पार्टी द्वारा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे के बीच देश भर में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे और धरना प्रदर्शनों की समाप्ति के बाद जिला उपायुक्तों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

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पूनिया ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर हुई देश व प्रदेश की जनता को उम्मीद थी कि केन्द्र व प्रदेश सरकार कोई राहत देगी, लेकिन राहत की बात तो दूर, इस बेदर्द और बेरहम सरकार जनता के लिए आफत ही आफत लेकर आ रही है। लॉकडाउन से लेकर अब तक पेट्रोल के दामों में करीबन 10.66 रुपये और डीजल के दामों में साढ़े 17.64 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। पिछले 19 दिनों में तो पेट्रोल 8.66 रुपये व डीजल 10.63 रुपये महंगा हो गया है। भाजपा सरकार द्वारा पिछले 6 सालों में पेट्रोल पर एक्साइज शुल्क में 23.78 रुपये प्रति लीटर एवं डीजल पर 28.37 रुपये प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोतरी की गई है। पेट्रोल पर एक्साइज शुल्क में 258 प्रतिशत वृद्धि तथा डीजल के एक्साइज शुल्क में 820 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे इन 6 सालों में केंद्र सरकार ने पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साइज शुल्क से लगभग 18 लाख करोड़ रुपया कमाया है।

उन्होंने बताया कि 26 मई 2014 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था, जो तत्कालीन डॉलर-रुपया के अंतररष्ट्रीय भाव के अनुसार 6,330 रुपए प्रति बैरल बनता है, जिसका अर्थ है तेल लगभग 40 रुपए प्रति लीटर के भाव पर पड़ रहा था, जबकि पेट्रोल-डीजल और एलपीजी मई 2014 में दिल्ली में पेट्रोल, 71.51 रुपये प्रति लीटर, डीजल 57.28 रुपये प्रति लीटर तथा एलपीजी 414 रुपये प्रति सिलेंडर पर उपलब्ध था। 24 जून, 2020 को कच्चे तेल का अंतररष्ट्रीय भाव 43.41 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रही, जो डॉलर-रुपये भाव के अनुसार 3288.71 रुपए प्रति बैरल बनता है, यानि कुल लागत 21 रुपए प्रति लीटर से बहुत कम पड़ता है। यदि पेट्रोल-डीजल और एलपीजी गैस के दामों में इसी अनुपात में कमी की जाए, तो इनके दाम 60 प्रतिशत से ज्यादा कम हो सकते हैं, जो आज मई 2014 के मुकाबले में कहीं ज्यादा हैं।


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