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गड़बड़झाला : टोहाना नप में 10 सालों में हुई गड़बड़ी की जांच के आदेश, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट

विनोद कुमार फतेहाबाद टोहाना नगरपरिषद में हुआ घोटाला अब मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंच

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 10:34 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 06:13 AM (IST)
गड़बड़झाला : टोहाना नप में 10 सालों में हुई गड़बड़ी की जांच के आदेश, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट
गड़बड़झाला : टोहाना नप में 10 सालों में हुई गड़बड़ी की जांच के आदेश, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट

विनोद कुमार, फतेहाबाद : टोहाना नगरपरिषद में हुआ घोटाला अब मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने इसकी विशेष जांच करवाने के आदेश डीसी को दिए हैं। डीसी ने फतेहाबाद नप के कार्यकारी अभियंता की इस मामले की जांच करने की ड्यूटी लगाई है। कार्यकारी अभियंता इससे पहले हिसार में काम कर चुके हैं और समय समय पर इस तरह के निरीक्षण का जिम्मा भी पहले विभाग देता रहा है। यहीं कारण है कि डीसी ने उन्हें इस काम के लिए चुना है। डीसी द्वारा जांच के आदेश देने के बाद टोहाना नगरपालिका के अधिकारियों व ठेकदारों में हड़कंप मच गया है। टोहाना विधानसभा की बागडोर विधायक देवेंद्र बबली उठा रहे हैं। उन्होंने विधायक बनते ही खुले मंच में ही ऐलान किया था कि टोहाना नगरपरिषद में पिछले दस सालों से बहुत गड़बड़ी हुई है। जिसकी जांच की जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है। इसके अलावा शहर के एक अन्य व्यक्ति ने भी मुख्यमंत्री को शिकायत भेज दी।

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विधायक ने निरीक्षण किया तो टाइलें गिर गई थी

पिछले साल दिसंबर माह में विधायक देवेंद्र बबली ने टोहाना नगरपरिषद का निरीक्षण किया था। रैन बसेरे का निरीक्षण किया तो दीवार के साथ लगती टाइलें हाथ लगाते ही गिर पड़ी। जिससे कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। जिसके बाद विधायक ने इस मामले की जांच करवाने के आदेश दिए थे। आदेश देते ही नप कार्यालय में पिछले कई सालों से जमे हुए अधिकारियों को तबादला भी हो गया। लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री को पिछले 10 सालों में हुए विकास कार्य की जांच करवाने की गुहार लगाई थी।

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कार्यकारी अभियंता को 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट

टोहाना नगरपरिषद से घोटाले का मामला मुख्यमंत्री के पास पहुंचने के बाद उन्होंने नगर निकाय को इस बारे में सूचना दी और निष्पक्ष जांच करवाने के लिए कहा। डीसी के पास पत्र आने के बाद उन्होंने फतेहाबाद नगरपरिषद के कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक को इस मामले की बागडोर दी। इससे पहले अमित कौशिक दूसरे राज्यों में भी इस तरह के मामलों की जांच करके आ चुके हैं। वही बड़े शहर हिसार में भी उन्होंने इस तरह की जांच की थी। यहीं कारण था कि उपायुक्त ने इसी अधिकारी का चुनाव किया। डीसी ने कहा कि अब वे 15 दिन में रिपोर्ट तैयार करें।

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इन कामों की रिपोर्ट होगी तय

-पिछले 10 सालों में नप को कितनी ग्रांट मिली।

-ग्रांट का उपयोग किस मद में किया गया।

-किसी गली में कितनी राशि खर्च की गई।

- जहां काम हुआ है वहां की हालत कैसी है।

-नप में जो काम हुआ है उसे किस-किस ठेकेदार को काम दिया गया।

-पिछले 10 सालों में कौन-कौन अधिकारी रहा इसकी लिस्ट भी उपलब्ध करवानी होगी।

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वर्जन::::::::::::::

मेरे पास इस मामले की जांच करवाने के आदेश आए थे। जिसके बाद मैंने नगरपरिषद फतेहाबाद के कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक की ड्यूटी लगाई है। अब उन्हें 15 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। जो रिपोर्ट मिलेगी उसे उच्चाधिकारियों के पास भेज दी जाएगी। पिछले 10 सालों के विकास कार्यों की जांच होगी।

रवि प्रकाश गुप्ता, उपायुक्त फतेहाबाद।


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