टोहाना से नहीं चली एक भी बस, नोटिस देने आए अधिकारियों का हुआ विरोध
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी टोहाना से एक भ
संवाद सूत्र, टोहाना : रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी टोहाना से एक भी रोडवेज की बस सड़कों पर नहीं चली। वहीं इस हड़ताल के चलते यात्रियों को परेशानी का सामाना करना पड़ा। जिसके चलते उन्होंने छोटे रूटों की निजी बसों का सहारा लेकर लंबी दूरी का सफर घंटों में करना पड़ा। रोडवेज कर्मियों द्वारा पूर्व घोषित दो दिवसीय हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी रोडवेज कर्मचारियों ने बस स्टैंड के साथ लगते हनुमान मंदिर में बैठ कर अपना प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान फतेहाबाद से स्पेशल डूयूटी पर आये कुलदीप जांगडा दो माह पूर्व भर्ती किये गए 20 चालकों के हड़ताल में शामिल होने पर उनका टर्मीनेशन नोटिस लेकर पहुंचे। उन्होंने हड़ताली कर्मचारियों को सूचित करने के लिए बस स्टैंड से लाऊड स्पीकर के माध्यम से सूचित कर हड़ताल से वापस लौटने की अपील की। वहीं उन्होंने धरना स्थल पर जाकर कर्मचारियों को नोटिस देने के बारे में बताना शुरू किया तो कर्मचारियों ने नारेबाजी कर उन्हें बिना कुछ कहे वापस लौटा दिया।
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नए भर्ती किए कर्मचारी भी रहे हड़ताल पर
टोहाना में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते टोहाना डिपो में 43 बसों पर 54 चालक में 46 चालक तथा 50 परिचालकों में 46 परिचालक हड़ताल पर रहे। जिनमें नई भर्ती के चालक भी शामिल थे। स्पेशल डयूटी पर आए कुलदीप जांगड़ा ने बताया कि उन्होंने अनाऊंसमेंट के माध्यम से नई भर्ती के चालक कर्मियों को सूचित कर दिया था। वहीं नोटिस बोर्ड पर नोटिस चस्पाया तथा धरने पर बैठे कर्मचारियों के बीच जाकर उन्हें नोटिस देने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी। जिस कारण से वह वापिस आ गए।
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दो दिन में टोहाना डिपो को हुआ पौने छह लाख का नुकसान
टोहाना में दो दिन की रोडवेज की आय 6 लाख होती। लेकिन कर्मचारियों की हड़ताल के चलते केवल रात्रिकालीन सेवाओं के तहत दिल्ली वे बीकानेर से लौटी बसे लगभग तीस हजार रूपये लेकर आई। इससे रोडवेज के टोहाना डिपो को दो दिन में 5 लाख 70 हजार रूपये का नुकसान झेलना पड़ा।