अब मुश्किल हो सकता है पुलिसकर्मियों का रोडवेज में सफर
पुलिस ने एक बार बेशक लाठीचार्ज करते हुए रोडवेज की हड़ताल
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : पुलिस ने एक बार बेशक लाठीचार्ज करते हुए रोडवेज की हड़ताल खत्म कर दी है। इससे सरकार को राहत मिल गई, लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई से यूनियन नेता व परिचालक खफा है। उनका कहना है कि पुलिस ने लाठीचार्ज की बजाए मारपीट की है। इससे दो कर्मचारियों को फ्रैक्चर भी हुआ है। रोडवेज यूनियन के नेता इसका तोड़ निकाल रहे है। उनका कहना है कि अब बारी पुलिस की है। रोडवेज की बसों में वे भी बिना वर्दी के सफर करते है। जबकि उनके ही डीजीपी का आदेश है कि बिना वर्दी कोई भी पुलिसकर्मी यात्रा करेगा तो उसका किराया लगेगा। ऐसे में अब जो भी पुलिसकर्मी बिना वर्दी के सफर करेगा, उसे किराया देना होगा। यूनियन नेता सुरजभान व मनोज का कहना है अब वे भी बिना वर्दी के रोडवेज में सफर करने वाले पुलिसकर्मियों से किराया लेंगे। पहले आपसी सहमति थी, लेकिन रोडवेज कर्मचारियों की पिटाई करने से सभी कर्मचारी खफा है।
----------एस्मा के साथ जान से मारने की धमकी देने का भी मामला दर्ज
पुलिस ने मारपीट के बार गिरफ्तार किए गए 40 कर्मचारियों पर एस्मा के साथ साथ जान से मारने व सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार किए गए सभी कर्मचारियों पर आइपीसी 186, 188, 341, 453 व 5 व 6 के साथ एस्मा एक्ट 1981 के अनुसार मामला दर्ज किया है।
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डीसी व एसपी ने प्रबंधों को लेकर स्वयं संभाली कमान
हरियाणा सरकार तथा उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद जिले के उपायुक्त व एसपी गंभीर नजर आए। उन्होंने रोडवेज डिपो का निरीक्षण किया। सुरक्षा प्रबंधों के लिए दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त डा. जेके आभीर तथा पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण ने स्वयं जिला भर के विभिन्न मार्गों एवं बस अड्डा परिसरों का दौरा कर सभी प्रबंधों व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण ने कहा कि कानून एवं शांति व्यवस्था को बनाए रखना तथा आमजन के अधिकारों की रक्षा पुलिस की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है। हड़ताल के मद्देनजर पुलिस ने बखूबी से अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन किया है। उन्होंने अपील की कि कोई भी व्यक्ति किसी आंदोलन के नाम पर कानून एवं शांति व्यवस्था को न बिगाड़े।