Move to Jagran APP

नहीं भरी स्किल पासबुक, शिक्षकों ने बनाए बहाने, फटकार पड़ी तो मांगी माफी

जागरण संवाददाता फतेहाबाद सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के प्रति शिक्षक कि

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 11:50 PM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 11:50 PM (IST)
नहीं भरी स्किल पासबुक, शिक्षकों ने बनाए बहाने, फटकार पड़ी तो मांगी माफी
नहीं भरी स्किल पासबुक, शिक्षकों ने बनाए बहाने, फटकार पड़ी तो मांगी माफी

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

loksabha election banner

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के प्रति शिक्षक कितने गंभीर है इसका अंदाजा सोमवार को नया सत्र शुरू होने के बाद पहले पर्यवेक्षण में ही हो गया। शिक्षकों को स्किल पासबुक ही नहीं भरनी आई, जिन शिक्षकों ने स्किल पासबुक भरने की कोशिश की उनमें इतनी गलतियां मिलीं कि अधिकारी भी हैरान रह गए। शिक्षक अधिकारियों के आगे बहाने बनाने लगे तो जमकर फटकार लगी। फटकार के बाद माफी मांगनी पड़ी। ऐसा ही कुछ राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल फतेहाबाद के पर्यवेक्षण में सामने आया। सोमवार को स्किल पासबुक को लेकर 57 अधिकारियों ने स्कूलों में जाकर पर्यवेक्षण किया। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने गांव नाढ़ोड़ी के स्कूल का पर्यवेक्षण किया।

यहां पर शिक्षा विभाग के जिला परियोजना अधिकारी कृष्ण सैनी पर्यवेक्षण करने के लिए आए थे। सैनी ने कक्षा पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की स्किल पासबुक का पर्यवेक्षण शुरू किया तो किसी भी शिक्षक के पास पूरी भरी हुई नहीं मिली। दो कक्षाओं की स्किल पासबुक तो शुरू ही नहीं की गई थी। जिन शिक्षकों ने स्किल पासबुक भरी उनमें भी गलतियां कर रखीं थीं। शिक्षा विभाग के निर्देशों के पढ़े बिना ही शिक्षकों ने स्किल पासबुक भर दी। जिन शिक्षकों ने नहीं भरी थी, उन्होंने बहाने बनाए कि काम ज्यादा है इसलिए नहीं भर पाए, दाखिला का बोझ ज्यादा है तो कोई बोला कि शनिवार को ही मिली है। इस पर डीपीसी सैनी ने जमकर शिक्षकों को फटकार लगाई। शिक्षकों ने दोपहर ढाई बजे तक स्किल पासबुक को भरकर दिया।

----

दूसरे पीरियड में तो टिफिन खोल लेती हैं शिक्षिक

स्कूल इंचार्ज कृष्ण वर्मा ने कहा कि शिक्षक गंभीर नहीं है। निरीक्षण के दौरान कई बार मिला है कि ये दूसरे पीरियड में ही टिफिन खोलकर खाना खाने लग जाती हैं। जब कारण पूछते हैं तो भूख लगने के बहाने बनाती हैं। उन्होंने कई बार कहा कि आप खाली बैठी है तो बच्चों को पढ़ाएं। लेकिन कोई भी अध्यापिका पढ़ाई के प्रति सचेत नहीं है।

------

यहां कैचअप प्रोग्राम की नहीं मिली तैयारी :

इससे पहले डीपीसी ने राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल का पर्यवेक्षण किया। यहां पर टीम को स्किल पासबुक तो पूरी मिली लेकिन कैचअप प्रोग्राम को लेकर तैयारी नहीं मिली। इसके अलावा न ही शिक्षकों ने ग्रुपिग कर रखी थी।

-----

डीईओ को भी अधूरी मिली स्किल पासबुक

जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने गांव नहला के राजकीय सीनियर सेकेंडरी व राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल का पर्यवेक्षण किया। यहां भी टीम को स्किल पासबुक अधूरी मिली। शिक्षकों ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को ही मिली है। इसके अलावा कई कक्षाओं की स्किल पासबुक शुरू ही नहीं हुई थी। शिक्षकों की डयूटी मार्किंग में होने के कारण कई कक्षाओं की स्किल पासबुक खाली ही मिली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.