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19 दिन से हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस सुरक्षा में की ज्वाइ¨नग, सिरसा के कर्मचारियों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 11:07 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 11:07 PM (IST)
19 दिन से हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस सुरक्षा में की ज्वाइ¨नग, सिरसा के कर्मचारियों ने किया हंगामा
19 दिन से हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस सुरक्षा में की ज्वाइ¨नग, सिरसा के कर्मचारियों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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जिले में नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को खत्म हो गई। पुलिस सुरक्षा के बीच कर्मचारियों ने सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंचकर हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया और काम पर लौट आए। इससे पहले कर्मचारियों ने ज्वाइ¨नग की एप्लीकेशन दी। छुट्टी के दिन भी सिविल सर्जन कार्यालय खुला और कर्मचारियों को ज्वाइन करवाया गया। इससे पहले कर्मचारियों से लिखित में लिखवाया गया और इसके बाद ज्वाइ¨नग दी गई। विभाग ने पांच दिन पहले 224 कर्मचारियों को बर्खास्तगी का नोटिस दिया था। कर्मचारियों की ज्वानिंग की सूचना मिलते ही सिरसा के एनएचएम कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और कर्मचारी सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंच गए और हंगामा कर दिया।

पदाधिकारियों ने कर्मचारियों के हाथ से ज्वाइन की एप्लीकेशन छीन ली और ज्वाइ¨नग करने से रोकने का प्रयास किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने सिरसा के पदाधिकारियों और कर्मचारियों को सिविल सर्जन कार्यालय परिसर से बाहर कर दिया। सिरसा के पदाधिकारी सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे गए। धरना स्थल और सिविल सर्जन कार्यालय में पुलिस विभाग की तरफ से फोर्स तैनात की गई है। देर शाम तक सिविल सर्जन कार्यालय में कर्मचारियों को ज्वाइ¨नग करवाने का काम चलता रहा। कर्मचारियों के ज्वाइन करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली है। प्रदेश में फतेहाबाद पहला जिला है जहां पर सबसे पहले एनएचएम कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली।

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मुख्यमंत्री का बयान और सिविल सर्जन की अपील आई काम

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को बयान जारी किया था कि एनएचएम कर्मचारी काम पर लौट आएं नहीं तो नए कर्मचारी रखे जाएंगे। शनिवार सुबह सिविल सर्जन डा.मनीष बंसल धरना स्थल पर पहुंचे और दोबारा काम पर लौटने की अपील की। सीएमओ की अपील के दो घंटे बाद सिविल सर्जन कार्यालय में कर्मचारी पहुंचे और ज्वाइन करने का फैसला लिया। देर शाम तक 219 कर्मचारियों में से 180 कर्मचारी काम पर लौट आए थे।

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पदाधिकारियों को लगा झटका :

कर्मचारियों की हड़ताल एनएचएम कर्मचारी संघ के आह्वान पर शुरू हुई थी। 5 फरवरी को जब हड़ताल शुरू हुई उस समय करीब 90 कर्मचारी साथ थे। हड़ताल बढ़ने के लिए साथ संख्या करीब 224 तक पहुंच गई। कर्मचारियों ने अब सोमवार तक हड़ताल का ऐलान कर रखा था। इस बीच हड़ताल टूट गई और कर्मचारियों ने काम पर लौटने का फैसला ले लिया। एक साथ सभी हड़ताली कर्मचारियों के काम पर लौटने पर पदाधिकारियों को भी झटका लगा है। प्रदेश में अभी तक किसी भी जिले में हड़ताल खत्म नहीं हुई है।

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स्वास्थ्य सेवाएं हुई बहाल

एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने के बाद जिला में स्वास्थ्य सेवाएं एक बार फिर पटरी पर आ गई हैं। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण एंबुलेंस, टीकाकरण, डिलीवरी सेवाएं बिल्कुल ठप पड़ी थी। इसके अलावा सिविल सर्जन कार्यालय में भी पिछले 19 दिन से काम बंद था।

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19 दिन का वेतन गवां बैठे कर्मचारी

जिले में एनएचएम कर्मचारियों को हड़ताल खत्म करने के बाद सबसे बड़ा झटका यह भी लगा है कि उन्हें 19 दिन का वेतन नहीं मिलेगा। हड़ताल को लेकर सरकार की तरफ से भी अभी तक कोई मांग नहीं मानी गई है।

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मैंने सुबह धरना स्थल पर कर्मचारियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की थी। पहले भी कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं और अपील की जा चुकी है। आज दोपहर को सभी कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। सभी को ज्वाइ¨नग करवाया जा रहा है।

- डा.मनीष बंसल

सिविल सर्जन, फतेहाबाद

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हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है। इसके बाद काम पर लौट आए हैं। संघ की तरफ से किसी पर दबाव नहीं डाला गया है। अगर कोई कर्मचारी काम पर लौटना चाहता है तो हम नहीं रोक सकते।

- नरेंद्र खरब

पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नेशनल हेल्थ कर्मचारी संघ फतेहाबाद

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रिपोर्टर : मुकेश खुराना


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