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एमएसपी 5450, फतेहाबाद मंडी में नरमा बिक रहा 4800 रुपये क्विंटल

जागरण संवाददाता फतेहाबाद अनाज मंडी में नरमा 4800 रुपये बिका जबकि समर्थन मूल्य 5450 रुपये

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 11:31 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 06:15 AM (IST)
एमएसपी 5450, फतेहाबाद मंडी में नरमा बिक रहा 4800 रुपये क्विंटल
एमएसपी 5450, फतेहाबाद मंडी में नरमा बिक रहा 4800 रुपये क्विंटल

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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अनाज मंडी में नरमा 4800 रुपये बिका जबकि समर्थन मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल है। किसानों का मानना है कि

इससे उन्हें प्रति क्विंटल 600 रुपये का नुकसान हो रहा है। फैक्टरी संचालक मनमर्जी के भाव निर्धारित करते हैं। उनके ऊपर निगरानी करने के लिए मार्केट कमेटी के कर्मचारी भी मौजूद नहीं रहते। जबकि बोली के दौरान कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित होती है। ऐसे में दलाल बोली 4800 रुपये से शुरू करवाते है। जो 4830 से तक ही पहुंचती है। बुधवार को 500 क्विंटल नरमा मंडी में आया सिर्फ एक ट्राली ही 5127 रुपये के हिसाब से खरीदी गई। जिसमें 20 क्विंटल नरमा था। जबकि 480 क्विंटल नरमा 4800 से 4900 रुपये तक ही बिका।

इतना ही नहीं, सीसीआइ यानी भारतीय कपास निगम लिमिडेट के अधिकारी भी किसानों को समर्थन मूल्य दिलवाने के लिए प्रयास नहीं कर रहे। जब नरमे व कपास का समर्थन मूल्य किसानों को न मिले तो सीसीआई की जिम्मेदारी होती है कि वे उनकी फसलों को अपनी देखरेख में खुद खरीदे या किसी किसी फैक्टरी संचालक से खरीदवाएं। किसानों को परेशानी आते हुए एक महीने से अधिक समय बीत गया। उसके बाद भी सीसीआई के अधिकारी व्यवस्था बनाने में नाकाम रहे है। अब तक जिले की चार अनाज मंडियों में 70 हजार क्विंटल नरमे की मंडी में आवक हो चुकी है।

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हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। मेरा नरमा बिल्कुल सूखा था। लेकिन खरीदार बिना मशीन के ही उसमें नमी बता रहे है। नरमे की खेती में खर्च बहुत अधिक आता है। जब मंडी में बेचने आते हैं तो यहां पर सही भाव नहीं मिलता। जब इनके पास मशीन ही नहीं तो इन्हें कैसे पता कि इसकी नरमे में अधिक नमी है। मंडी में बोली लगाने के बाद यही व्यापारी फैक्टरी में भी काटा काटते हैं।

- हरभगवान, किसान गांव नागपुर।

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नरमे की चुगाई 10 रुपये प्रति किलोग्राम हैं, जबकि हमें भाव 48 से 50 रुपये का मिल रहा है। सरकारी अधिकारी व खरीदार मिलीभगत कर रहे है, तभी तो फसल एमएसपी पर नहीं बिक रही। मेरी दूसरी चुकाई का नरमा था फिर भी 4850 रुपये बिका। मुझे सालाना छह हजार से तीन गुणा अधिक नुकसान हुआ।

- मनजीत सिंह, किसान गांव खुनन।

--------------------फतेहाबाद में कपास की खरीद के लिए हमने दो बार टेंडर जारी किए थे। परंतु कोई फैक्टरी संचालक टेंडर लेने के लिए नहीं आ रहा है। वैसे हमने सिरसा में सीसीआई की तरफ से खरीद शुरू करवा दी। हालांकि फिलहाल कपास में नमी अधिक आ रही है। कपास का सीजन फरवरी तक चलेगा। फतेहाबाद में भी जल्द ही खरीद शुरू करवा देंगे। किसान पांच सात दिन का इंतजार करे। फतेहाबाद में भी नरमा व कपास निर्धारित मूल्य पर खरीदी जाएगी।

- आरके वर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, भारतीय कपास निगम लिमिटेड, सिरसा।


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