किरयाणा दुकानदार की बेटी रही जिले में टॉप
सीबीएसइ ने शनिवार को बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित क
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
सीबीएसइ ने शनिवार को बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया। जिसमें फतेहाबाद में किरयाणा की दुकान चलाने वाले धर्मशाला रोड निवासी विनोद कथूरिया की बेटी चारू कथूरिया जिला में प्रथम रही है। चारू पॉयनियर कॉवेंट स्कूल में कामर्स संकाय की छात्रा रही। चारू को जब स्कूल ¨प्रसीपल निशांत निर्मोही ने जिला में टॉप रहने की सूचना दी तो उसके मुंह से ये ही निकला कि मैंने तो स्टेट में प्रथम रहना था। मुझे प्रदेश में प्रथम रहने की उम्मीद थी। चारू ने कहा कि वह अर्थशास्त्री बनना चाहती है और फिलहाल दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेगी।
जिला टॉपर रही छात्रा चारू ने कहा कि स्कूल के बाद घर ही पढ़ाई की। कभी टयूशन नहीं रखी। 4 से 5 घंटे तक घर पर ही पढ़ाई की। अगर घर पर भी किसी विषय से संबंधित पूछने की जरूरत रही तो स्कूल स्टाफ ने मदद से कभी इंकार नहीं किया।
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इक्नोमिक्स में पाए 100 में से 100 अंक
स्कूल डायरेक्टर विजय निर्मोही ने बताया कि चारू कथूरिया के 500 में से 484 अंक रहे हैं। जो कि 96.8 फीसद हैं। चारू कथूरिया ने इक्नोमिक्स में 100 में से 100, इंग्लिश में 100 में से 93, बिजनेस स्टडी में 100 में से 97, म्यूजिक में 100 में से 96 अंक प्राप्त किए हैं। सोशल मीडिया का प्रयोग किया लेकिन स्टडी के लिए
चारू ने कहा कि हमेशा लोगों के मन में धारणा रहती है कि मोबाइल व सोशल मीडिया के प्रयोग से ध्यान भटकता है। अगर इसका सही ढंग से प्रयोग किया जाए तो गलत नहीं है। उसने बारहवीं की पढ़ाई होते हुए भी मोबाइल पर वाट्सअप का प्रयोग किया। लेकिन सिर्फ स्टडी के लिए। स्कूल की तरफ से विद्यार्थियों व स्टाफ का ग्रुप बनाया गया। जिससे बहुत फायदा मिला है। अगर किसी भी विद्यार्थी को स्टडी के विषय में पूछना होता था तो वह ग्रुप में माध्यम से पूछता। जिसमें स्कूल स्टाफ जवाब भी देता। स्कूल स्टाफ ने मिठाई खिलाकर दी बधाई
जिला में टॉपर रही छात्रा चारू कथूरिया पिता विनोद कथूरिया के साथ स्कूल में पहुंची। यहां पर स्टाफ ने स्वागत किया और मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस दौरान डायरेक्टर विजय निर्मोही, ¨प्रसीपल निशांत निर्मोही एंव स्कूल स्टाफ मौजूद था। छात्रा बोली परिवार ने हमेशा किया सहयोग
टॉपर चारू कथूरिया ने कहा कि मम्मी, पापा के अलावा एक भाई है। स्कूल स्टाफ का पूरा सहयोग रहा है। दसवीं में भी टॉप किया था। परीक्षा परिणाम का श्रेय मम्मी-पापा व स्कूल स्टाफ का जाता है। अभिभावकों ने कभी भी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी। हमेशा सहयोग किया है।