नहीं थम रहीं पराली जलाने की घटनाएं, 18 किसानों पर मामले दर्ज, 53 गिरफ्तार
जागरण संवाददाता फतेहाबाद खेत में धान की पराली के अवशेष जलाने वाले किसानों पर प्रशासन इ
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद
खेत में धान की पराली के अवशेष जलाने वाले किसानों पर प्रशासन इस बार पूरी तरह से सख्त है। आग जलाने का मामला सामने आते ही किसानों पर मामला दर्ज किया जा रहा है वहीं अधिकारी खुद निगरानी रख रहे हैं। जिले में शनिवार को 18 मामले दर्ज किए गए हैं इसके अलावा 53 किसानों को गिरफ्तार किया गया हैं। हालांकि पुलिस ने इन्हें अपने स्तर पर बेल दे दी। पुलिस विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को भूना थाना में 10, सदर टोहाना में 3, फतेहाबाद थाना में 5 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा भूना थाना पुलिस ने 6 किसानों, रतिया पुलिस ने 15, टोहाना पुलिस ने 3, जाखल पुलिस ने 7, फतेहाबाद पुलिस ने 10 तथा सदर रतिया पुलिस ने 6 तथा सदर फतेहाबाद पुलिस ने 6 किसानों को गिरफ्तार किया है। अभी तक जिला में करीब 130 किसान गिरफ्तार हो चुके हैं और 598 किसानों पर मामले दर्ज हो चुके हैं।
पराली जलाने के मामले में उपायुक्त खुद लोकेशन पर निगरानी रख रहे हैं। शुक्रवार देर रात को उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के वाट्सअप पर गांव धोलू में पराली के अवशेष में आग लगाने की सूचना पहुंची। इसके बाद उपायुक्त ने खुद दमकल कर्मियों को फोन करके मौके पर भेजा और फिर वहां की रिपोर्ट ली। जिस खेत में आग लगाई गई थी, उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
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सरदारेवाला में एसडीएम ने बुझाई आग :
संवाद सूत्र, रतिया : रतिया के उपमंडलाधीश सुरेंद्र सिंह बैनीवाल ने आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के लिए शनिवार को उपमंडल के विभिन्न गांवों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गांव सरदारेवाला में एक किसान द्वारा अपने खेत में धान की पराली को जलाते हुए मौके पर पाया गया। उपमंडलाधीश बैनीवाल ने सर्वप्रथम अपने पीएसओ गुरजीत सिंह तथा चालक सुरजीत सिंह के साथ खेत में धान की पराली में लगाई गई आग पर मौके पर काबू पाया। किसान ने 3 एकड़ से भी अधिक पराली को आग लगाई, जिसमें से उपमंडलाधीश अपने कर्मचारियों व कुछ किसानों के सहयोग से 1 एकड़ आगजनी पर तुरंत काबू पाया और इसके साथ लगते क्षेत्र को आगजनी की घटना से बचा लिया। इस अवसर पर उपमंडलाधीश सुरेंद्र सिंह बैनीवाल ने किसानों से कहा कि धान की पराली को आग न लगाएं और जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कृषि विभाग, राजस्व विभाग व गठित कमेटी सहित अन्य संबंधित विभागों को तलब किया और धान की पराली को आग लगाने वाले किसानों की शीघ्र रिपोर्ट तैयार कर उनके खिलाफ नियमानुसार सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाने के आदेश दिए। एसडीएम ने कहा कि पुलिस विभाग सहित अन्य अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि जिले में कोई भी व्यक्ति फसल अवशेषों को न जलाने पाएं।
उन्होंने कहा कि गांव में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। ग्राम पंचायतों की जिम्मेवारियां भी निर्धारित की गई है। किसी गांव में अगर धान के अवशेष जलाए जाते हैं तो गांव की कमेटी और सरपंच की जिम्मेवारी निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन खेतों में धान की कटाई हो चुकी है, उन खेतों में नजदीकी कस्टम हायरिग सेंटर से संपर्क कर खेत में रोटावेटर चलवाना सुनिश्चित करे।