ऐसे तो पौधगीरी अभियान नहीं होगा सफल, पानी डालना भूला विभाग
जागरण संवाददाता फतेहाबाद वन विभाग ने जहां पर खुद पौधे लगाए थे। वे पौधे पानी के अभाव में
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
वन विभाग ने जहां पर खुद पौधे लगाए थे। वे पौधे पानी के अभाव में खराब हो रहे हैं। इसकी वजह यह है कि पौधगीरी अभियान के तहत पौधे लगाने के बाद अधिकारी उनमें पानी डलवाना ही भूल गए। इसके चलते कई जगह पौधे पानी के अभाव में झुलस गए। ऐसा ही गांव बड़ोपल में हुआ। वन विभाग के अधिकारियों ने गांव बड़ोपल के बिश्नोई श्मशान घाट की करीब चार एकड़ जगह में सैकड़ों पौधे लगाए। लेकिन लगाने के बाद उन पौधों में पानी नहीं डाला गया। इसके चलते वे खराब हो गए।
वैसे भी इस सीजन में वन विभाग ने आम लोगों को पौधे वितरित न करके स्कूलों व पंचायतों के माध्यम से पौधे लगाए। स्कूलों के माध्यम से लगाने के लिए रखा गया 90 हजार पौधों का टारगेट तो लगभग पूरा हो गया। लेकिन पंचायतों ने तो अभी तक पूरे पौधे वन विभाग से नहीं लेकर गए। न ही पंचायत के मुखिया पौधारोपण को लेकर गंभीर। वन विभाग से हर बार किसान बड़ी संख्या में पौधे लेकर अपने खेतों में लगाते हैं। वे पौधे ही पेड़ बनते हैं। सार्वजनिक जगह पर लगाए गए पौधे बेसहारा पशु खराब कर देते है। बेसहारा पशु खराब न करे तो उन्हें वन विभाग के अधिकारी पानी नहीं डालते। ऐसे में वे पौधे खराब हो जाते है। उसके बाद भी आमजन को पौधे वितरित नहीं किए गए।
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पूरे भट्टू ब्लॉक में एक भी नर्सरी नहीं, इसलिए सबसे पीछे :
पौधगीरी अभियान के तहत जिले की 7 ब्लॉक की 256 पंचायतों को 1 लाख 55 हजार पौधे लगाने हैं। लेकिन अभी तक 40 हजार के करीब पौधे लगाए है। इसमें सबसे कम पौधे भट्टूकलां ब्लॉक में शामिल 25 गांवों की पंचायतों ने मात्र 2 हजार पौधे लगाए हैं। जबकि इन पंचायतों को 26 हजार पौधे लगाने हैं। भट्टू ब्लॉक के सरपंचों का कहना है कि उनके पूरे ब्लॉक में वन विभाग की एक भी नर्सरी नहीं है। ऐसे में उन्हें पौधे लेने में परेशानी आती है। वन विभाग को कई गांव पंचायत जमीन उपलब्ध करवाने के लिए भी तैयार भी है। ताकि उनके क्षेत्र में नर्सरी बनाई जा सके। लेकिन अधिकारी प्रयास नहीं कर रहे। जबकि जिले के अन्य सभी ब्लॉक में वन विभाग की नर्सरी है।
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अभियान पूरा करने के लिए मंगवाए 96 हजार पौधे :
वन विभाग ने पौधेगीरी अभियान को पूरा करने के लिए 96 हजार पौधे मंगवाए है। ये पौधे जिले की 7 नर्सरियों में पहुंच गए है। अब वन विभाग के अधिकारी ये पौधे पंचायतों व स्कूलों को आवंटित करेंगे।
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ये तो गलत है। वन विभाग को पौधों में पानी डालना चाहिए। गांव बड़ोपल में वन विभाग की नर्सरी है। वहां पर टैंकर की भी सुविधा है। उसके बाद भी अधिकारी पौधों में पानी नहीं डलवा रहे हैं।
- जोगिद्र पूनिया, सरपंच प्रतिनिधि, गांव बड़ोपल।
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ट्रैक्टर का ड्राइवर न होने के चलते पिछले कुछ दिनों से परेशानी आ रही है। पौधों को पानी डालने के लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। एक भी पौधा बिना पानी के खराब नहीं होने देंगे।
- महेंद्र, गार्ड, वन विभाग।