दुष्यंत बगावत न करता तो आज मुख्यमंत्री होता : ओपी चौटाला
जागरण संवाददाता फतेहाबाद विधानसभा चुनाव के बाद इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला व ऐलनबाद के वि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
विधानसभा चुनाव के बाद इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला व ऐलनबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की जाट धर्मशाला में बैठक लेने पहुंचे। इस दौरान इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला ने कहा कि दुष्यंत पार्टी से बगावत न करते तो वे अब उपमुख्यमंत्री नहीं मुख्यमंत्री बनते। जेल से फरलो पर आने के बाद प्रदेश के दौरे पर जुटे पूर्व सीएम एवं इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने की खुद कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनकी गैर हाजिरी में कार्यकर्ता ने संगठन मजबूत किया। उन्होंने कहा कि दुष्यंत मुख्यमंत्री बनने के लिए इनेलो से बगावत कर गए। जबकि उस पार्टी ने उन्हें देश का सबसे युवा सांसद बना दिया था। परंतु अब उपमुख्यमंत्री बन गए। यदि वे अब इनेलो में होते तो पार्टी के मुख्यमंत्री होते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तरह ही भाजपा पार्टी में उसका भय बना हुआ है। तभी तो उसे 85 साल की उम्र में ही जेल में रखना चाहते है। जबकि उसकी सजा पूरी हो गई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। धान बोगस खरीद का मुद्दा इनेलो ने ही उठाया है। उन्होंने कहा कि इनेलो पार्टी अब भी एक मजबूत पार्टी है। अब तो हालत ये है कि नैना चौटाला भी पार्टी छोड़ सकती है। इस मौके पर इनेलो जिलाध्यक्ष बलबिद्र केरों, राणा जोहल, संदीप तरड़, बिकर सिंह हड़ौली सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे। अभय ने भाजपा पर साधा निशाना
अभय चौटाला ने जेजेपी पर दादा गौतम के मामले में कटाक्ष करते हुए कहा कि जिसे दादा माना था, उस दादा ने आशीर्वाद दे दिया है। आने वाले समय में हालात यह हो चले हैं कि 8 विधायकों के साथ-साथ उनकी भाभी भी जेजेपी का साथ छोड़ सकती है। इस बार भी 20 जनवरी को होने वाले विधानसभा शासन में वह सरकार की तसल्ली करवा देंगे। नागरिक संशोधन बिल पर भाजपा द्वारा चलाए जा रहे अभियान पर भी अभय चौटाला ने कटाक्ष किया। अभय चौटाला ने कहा कि बीजेपी पहले इस प्रकार के कानून लाकर लोगों को लड़ाने का काम करती है और उसके बाद नए सिरे से अभियान चलाती है। भाजपा के पास इसके अलावा कोई काम नहीं है।