ग्लाइडर की इमरजेंसी लैं¨डग, छात्र के खिलाफ पुलिस जांच शुरू
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : हिसार के गांव मोहब्बतपुर का रहने वाला बीटेक का छात्र कुलद
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : हिसार के गांव मोहब्बतपुर का रहने वाला बीटेक का छात्र कुलदीप टाक कुछ दिन पहले ही ग्लाइडर बनाकर सुर्खियों में आया था। बुधवार को यह छात्र नई मुसीबत में फंस गया। बुधवार को वह अपने ग्लाइडर से उड़ान भर रहा था। फतेहाबाद के गांव बड़ोपल एरिया में आकर ग्लाइडर में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते ग्लाइडर को बड़ोपल के पास खेतों में उतारना पड़ा। इसे इमरजेंसी लैंडिंग बताया गया है। हालांकि कुछ लोग कह रहे हैं कि यह धड़ाम से गिरा था। मगर कोई हादसा नहीं हुआ। अब कुलदीप के खिलाफ पुलिस जांच शुरू हो चुकी है। अगर यह उड़ान बिना अनुमति के भरी गई थी तो उसके खिलाफ मामला भी दर्ज हो सकता है। आसमान से गिरी इस मशीन को देखकर आसपास लोगों में हड़कंप मच गया। बाद में लोग ग्लाइडर के साथ एकदम उतरे कुलदीप को बचाने मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्लाइडर उड़ा रहे कुलदीप से पूछताछ की और जुगाड़ को पुलिस चौकी ले जाया गया। पुलिस के अनुसार बिना अनुमति लिए इस प्रकार की चीजें आसमान में उड़ाना गैर कानूनी है। इस मामले में जो कार्रवाई बनेगी, वह कुलदीप पर की जाएगी। फिलहाल मामला आदमपुर पुलिस को सौंप दिया है।
बताया गया है कि बुधवार को इसे उड़ाने में कुलदीप के साथ उसका सतीश नामक दोस्त था। हालांकि ग्लाइडर पर सिर्फ कुलदीप ही था। बाद में सतीश भी मौके पर आ गया।
उन्होंने पुलिस के समक्ष दावा किया कि उन्होंने इसके लिए अनुमति ली हुई थी। उन्होंने बताया कि वे गांव ¨चदड़ से इसे लेकर उड़े और बड़ोपल के पास इसमें तकनीकी खामी आने पर उसे खाली प्लाट में नीचे उतारा गया। साथ ही कहा कि यह ग्लाइडर ऐयरो स्पोर्ट के अधीन होता है, जिसके लिए ज्यादा परमिशन की जरूरत नहीं होती।
---आदमपुर पुलिस जांच करेगी : सुरेंद्र कुमार
बड़ोपल चौकी इंचार्ज सुरेंद्र कुमार ने बताया कि कुलदीप मोहब्बतपुर का रहने वाला है। उसी एरिया से उड़ान भरकर यहां आए थे। इसलिए संबंधित थाना पुलिस ही जांच करेगी कि यह अवैध रूप से उड़ाया गया था या अनुमति ले रखी है।
--ऐसे चर्चा में आया था कुलदीप
हिसार जिले के आदमपुर हलके के गांव ढाणी मोहब्बतपुर निवासी बीटेक के छात्र 23 वर्षीय कुलदीप टाक ने कुछ महीने पहले ही अनोखी फ्लाइंग मशीन तैयार की थी। ये मशीन 1 लीटर पेट्रोल में करीब 12 मिनट तक आसमान में उड़ सकती है। इस मशीन को पैराग्लाइ¨डग फ्लाइंग मशीन या मिनी हैलीकॉप्टर भी कहा जाता है। कुलदीप ने लगभग 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद मशीन को आसमान में उड़ाने में सफलता पाई थी। चंडीगढ़ से बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही कुलदीप ने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया था। इस मशीन में बाइक का 200सीसी इंजन और लकड़ी का पंखा लगाया गया है। साथ ही साथ जमीन पर उतरने के लिए छोटे टायर भी लगाए हैं।
ये एयरक्राफ्ट 10 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। बताते हैं कि इन दिनों इस मशीन यह छात्र पंफलेट बांटने व शादियों में आसमान से फूल आदि बरसाने के लिए करता है।