फ्यूचर मेकर के सीएमडी और एमडी को फतेहाबाद लाएगी पुलिस
फ्यूचर मेकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए गठित एसआइटी तेज
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: फ्यूचर मेकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए गठित एसआइटी तेजी से काम कर रही है। कंपनी के खिलाफ आई शिकायतों की जांच के लिए फतेहाबाद पुलिस फ्यूचर मेकर के सीएमडी राधेश्याम व एमडी सुंदर सैनी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। फिलहाल दोनों आरोपित तेलंगाना की जेल में बंद हैं। उन्हें लेने के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम यानी एसआइटी के सदस्य यहां से तेलंगाना के लिए रवाना हो चुके हैं। फिलहाल दोनों के खिलाफ एक ही एफआइआर धांगड़ निवासी अनिल सिहाग की शिकायत पर दर्ज है। यह एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने एसआइटी का गठन कर किया और कहा कि कंपनी के खिलाफ पीड़ित खुलकर शिकायत दें। इसके बाद फ्यूचर मेकर के खिलाफ करीब पचास शिकायतें आ चुकी हैं। अभी और भी शिकायतें इस कंपनी के खिलाफ लोग दे रहे हैं। चूंकि आरोपित राधेश्याम सीसवाल गांव का रहने वाला है, जोकि फतेहाबाद से ज्यादा दूर नहीं है। वहीं सुंदर सैनी गांव ¨चदड़ का रहने वाला है। यह फतेहाबाद जिले का ही गांव है। सुंदर सैनी के ¨लक हिसार से ज्यादा फतेहाबाद के लोगों से थे। फतेहाबाद के अलग-अलग होटलों में होने वाले कार्यक्रम सुंदर सैनी ही करवाता था। जब कंपनी शुरू हुई थी, तब राधेश्याम ने हिसार में एजेंट जोड़े थे और सुंदर सैनी ने फतेहाबाद जिला संभाला था। फतेहाबाद शहर के साथ लगते गांवों में सुंदर सैनी के युवाओं से अच्छे ¨लक बन चुके थे। निवेशकों का यहां तक दावा है कि फ्यूचर मेकर में निवेश करने वाले लोग हिसार से ज्यादा फतेहाबाद में हैं।
--------------
दोनों आरोपितों से होगी पूछताछ
फतेहाबाद लाने के बाद पुलिस दोनों आरोपितों से पूछताछ करेगी। उनके खिलाफ आई शिकायतों से जुड़े सवाल करेगी। यह पता लगाएगी कि फतेहाबाद में कंपनी से कितने निवेशक जुड़े हुए थे। तमाम निवेशकों ने कितनी राशि कंपनी को दे रखी थी। यह राशि किस किस खाते में जमा होती थी। कंपनी में निवेशक कौन थे और एजेंट की भूमिका में कौन लोग थे। ऐसे तमाम सवालों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी। ऐसे में एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।
-----------------
निवेशकों के पास नहीं कोई प्रूफ
पुलिस ने निवेशकों को खुले तौर पर कहा है कि वे कंपनी के खिलाफ शिकायतें दें। लेकिन निवेशकों के सामने दुविधा ये है कि उनके पास कोई प्रूफ नहीं है, जिससे वे हेराफेरी साबित कर सकें। कंपनी ने कभी किसी को दस्तावेज नहीं दिए। कंपनी की सारी टर्म एंड कंडीशन वेबसाइट पर ही दी गई थीं। कंपनी के बड़े अधिकारियों से लेकर एजेंट तक यही कहा करते थे कि अगर कंपनी पर भरोसा है तो निवेश कर सकते हैं। अन्यथा हम किसी को लिखित में कुछ नहीं देंगे। जबकि पुलिस शिकायतकर्ताओं से निवेशक होने का प्रमाण मांग रही है। प्रमाण के बगैर कोर्ट में केस को साबित करना ही मुश्किल है। -----------------
पुलिस राधेश्याम व सुंदर सैनी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। इसके लिए पुलिस टीम तेलंगाना के लिए रवाना हो गई है। यहां लाकर कंपनी की तमाम गतिविधियों की जानकारी ली जाएगी। उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-धर्मबीर पूनिया, डीएसपी एवं इंचार्ज एसआइटी।