स्पेशल काउंटर लगाकर इकट्ठे किए गए थे चार लाख रुपये, तिजोरी तोड़ ले गए चोर
बिजली निगम ने स्पेशल काउंटर लगाकर उपभोक्ताओं से करीब चार लाख रुपये
संवाद सूत्र, टोहाना : बिजली निगम ने स्पेशल काउंटर लगाकर उपभोक्ताओं से करीब चार लाख रुपये की राशि इकट्ठी की। बैंक बंद होने के कारण कर्मचारी ने निगम कार्यालय में बनी तिजोरी में ही रुपये रख दिए। सुबह कर्मचारी आए तो उनकों वारदात का पता चला। मुख्य दरवाजे की जाली तोड़कर चोर अंदर घुसे और तिजोरी तोड़कर उसके अंदर रखी राशि चोरी कर ले गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मौके का मुआयना किया। वहीं सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल उठ गया है। करीब दस दिन पहले चौकीदार की मौत हो गई थी। अगर यहां पर चौकीदार नहीं था तो इतनी बड़ी राशि क्यों रखी गई। जिसका जवाब किसी के पास नहीं है।
बताया जाता है कि विद्युत निगम द्वारा ब्याज माफी योजना के तहत छुट्टी के दिन शनिवार को कैश काऊंटर खुला हुआ था। जिसमें डिफा¨ल्टग अमाउंट सहित अन्य बिजली बिलों की नकद राशि 3 लाख 66 हजार और 38 हजार रुपये के चेक से आए थे। शनिवार को बैंक की छुट्टी होने के कारण लेखाकार द्वारा उक्त राशि को निगम के पुराने भवन में दीवार के अंदर स्थापित तिजोरी में सुरक्षित रखा गया था।
चोरी का पता सोमवार को सुबह तब लगा जब कनिष्ठ अभियंता मुकेश कुमार व दूसरे कनिष्ठ अभियंता डयूटी पर आए तो मुख्य दरवाजा टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो
तिजोरी वाले कमरे के कुंडे को ताले सहित उखाड़ा गया था। उन्होंने जब अंदर जाकर देखा तो तिजोरी खुली पड़ी थी और कमरे में अन्य अलमारियां खुली व सामान बिखरा हुआ था। उन्होंने इसके बारे में शहरी उपमंडल अधिकारी दीपक यादव को बताया। सूचना मिलने पर उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और लेखाकार से उक्त तिजोरी में रखी गई राशि के बारे में पूछताछ की। उपमंडल अधिकारी ने इसकी सूचना पुलिस के साथ-साथ कार्यकारी अभियंता व एसई को दी। सूचना मिलने पर सभी अधिकारी व डीएसपी जोगेंद्र शर्मा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौके का जायजा लिया तथा उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की। वहीं पुलिस ने सीन ऑफ क्राइम की टीम को भी साक्ष्य एकत्र करने के लिए बुलवाया। पुलिस को तिजोरी के पास से एक हथौड़ी व चाबियों का एक गुच्छा मिला है। उसके उपरांत पुलिस ने विद्युत निगम परिसर का दौरा किया। परिसर के पीछे एक दीवार टूटी पाई जाने पर आशंका व्यक्त की जा रही है कि चोर पीछे के रास्ते से परिसर में दाखिल हुए और पीछे से ही फरार हो गए।
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बिजली निगम के एसडीओ दीपक यादव ने बताया कि उपभोक्ताओं द्वारा शनिवार को बिजली बिलों की राशि जमा करवाई गई थी। जिसमें 3 लाख 66 हजार की नकद व 38 हजार रुपये के चेक थे। छुट्टी के कारण लेखाकर द्वारा तिजोरी में रखी गई थी। चोरों ने ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सुरक्षा पर उठे सवाल
बिजली निगम कार्यालय में रामदिया चौकीदार नियुक्त था जो स्थाई था। बताया जा रहा है कि करीब 10 दिन पहले उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद से यहां चौकीदार नहीं था। चौकीदार न होने की जानकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी थी। ऐसे में सवाल उठता है कि इस राशि को बिना किसी सुरक्षा में तिजोरी में क्यों रखा गया।