फर्जी वर्क वीजा बनवाकर विदेश भेजने के नाम सेवानिवृत्त फौजी से ठगे साढ़े 4 लाख
फर्जी वर्क वीजा बनवाकर विदेश भेजने के नाम पर धोखे से एक सेवानिवृत्त
संवाद सहयोगी, टोहाना : फर्जी वर्क वीजा बनवाकर विदेश भेजने के नाम पर धोखे से एक सेवानिवृत्त फौजी से साढे़ 4 लाख रुपये ठगने के मामले में पुलिस ने दो लोगों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में गांव अमानी के सेवानिवृत्त फौजी महेंद्र सिंह ने बताया कि उसके बेटे जगजीत को गांव के ही व्यक्ति धनजीत ने उसका मलेशिया का वर्क वीजा बनवाकर लाखों रुपये कमाने का लालच दिया। उसने बताया कि पंजाब के संगरूर जिले के लहरागागा के गांव संगतपुरा का बिकर सिंह वर्क वीजा लगवाकर लोगों को विदेश भेज रहा है। यदि तुम भी कहो तो तुम्हें भी भेज देगा। रुपयों व भेजने की गारंटी मेरी होगी। महेंद्र सिंह ने उसपर विश्वास करके हां भर दी। धनजीत ने साढ़े 4 लाख रूपये में 2 साल तक का वर्क वीजा मलेशिया का लगवाने के लिए उनसे तय किया। महेंद्र सिंह ने 1 अक्टूबर 2019 को 2 लाख रुपये का चेक दिया। जबकि 5 अक्टूबर को 50 हजार तथा 27 अक्टूबर को 40 हजार रूपये दिये। 22 नवम्बर 2019 को धनजीत ने मलेशिया का वर्क वीजा लगवाकर जगजीत को भेज दिया। जबकि उसके जाने के बाद उन्होंने धनजीत को एक लाख 62 हजार 120 रुपये भी दिये। यानि कुल 4 लाख 52 हजार 120 रूपये उनके पास पंहुच गये। 22 जनवरी 2020 को मलेशिया में उसके लड़के जगजीत को मलेशिया पुलिस ने फर्जी वीजे के नाम पर उसे पकड़कर जेल में डाल दिया। जानकारी के बाद पता लगा कि विदेश भेजने वाले एजेंट ने 2 साल के वर्क वीजे की बजाये उसके लड़के को एक माह का टूरिस्ट वीजा भेजकर धोखाधड़ी की। इस संदर्भ में उन्होंने आरोपित को इस बारे में कहा। लेकिन उन्होंने उनकी कोई मदद नहीं की। 21 जुलाई 2020 को उसका बेटा जगजीत जेल से रिहा होकर वापस अपने घर आ गया। जब उसने घर आकर सारी बात बताई तो उन्होंने सदर थाना में इसकी शिकायत दी। पुलिस ने उपरोक्त दोनों के विरूद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।