तालाब की भूमि पर अतिक्रमण का साया
संवाद सूत्र कुलां भूमि जलस्तर बढ़ाने में तालाबों का अहम योगदान होता है। लेकिन अब विडंबना
संवाद सूत्र, कुलां :
भूमि जलस्तर बढ़ाने में तालाबों का अहम योगदान होता है। लेकिन अब विडंबना है कि तालाबों का अस्तित्व ही खतरे में है। बारिश के पानी की तालाबों में निकासी होती थी। जबकि आज इन तालाबों पर दबंगों का अतिक्रमण है। तालाबों की कीमती भूमि पर किसी ने पशुओं का बाड़ा बनाया है, तो किसी ने घर आदि बनाकर पक्का निर्माण कर कब्जा जमाया हुआ है। अब बारिश का सीजन आया तो प्रशासन द्वारा तालाबों की सफाई व खोदाई करने का दावा किया गया है। मगर धरातल पर तालाब अतिक्रमण की जकड़न में विलुप्त हो रहे हैं। मानसून का सीजन शुरू हो गया है। अभी तक प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की सूरत में कोई कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में बारिश का पानी लोगों के लिए आफत बन सकता है।
क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत कुलां में तालाब की भूमि पर विगत कई वर्षो से दबंगों द्वारा अवैध कब्जा किया हुआ है। यहां कब्जाधारकों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उन्हें प्रशासन व न्यायालय के आदेशों का भी कोई खौफ नहीं है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव के ही कुछ लोगों द्वारा तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण किया गया है। स्थिति यह है कागजों में तो 2 एकड़ 16 मरले पंचायती भूमि में तालाब बना है। जबकि हकीकत में तालाब इन दिनों विलुप्त हो चुका है। करीब दो वर्ष पहले ग्राम पंचायत द्वारा तालाब भूमि की निशानदेही करवाई गई थी। जिसमें कुछ लोगों का कब्जा पाया गया था।
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गांव की गलियों व सड़कों में हुआ जलभराव
तालाब की सफाई नहीं हो रहीं है। स्थिति यह है कि स्वच्छता के अभाव में तालाब ओवरफ्लो हो रहा है। इससे गंदा पानी गांव की गलियों व सड़कों पर भरा हुआ है। साथ ही दूषित पानी ग्रामीणों के घरों में प्रवेश कर रहा है। इससे गांववासियों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यदि शीघ्र इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो बारिश का पानी लोगों के लिए आफत बन सकता है।
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तालाब की भूमि पर कुछ लोगों द्वारा गोबर आदि रखकर व मकान बनाकर कब्जा जमाया हुआ है। करीब डेढ़ वर्ष पहले भूमि की निशानदेही में कुछ लोगों का कब्जा होने की पुष्टि हुईं थी। इसपर पंचायत द्वारा अपने स्तर पर कब्जाधारकों को कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था। जबकि कब्जा नहीं हटाया गया है। इसके बाद मामला कोर्ट में जाने के बाद कोर्ट की तरफ से भी कब्जाधारकों को दो बार नोटिस भेजे गए हैं। जबकि कब्जाधारक कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं है। कुछ दिनों में ही कोर्ट का आगामी फैसला आने वाला है। उम्मीद है शीघ्र भूमि से कब्जा हटा दिया जायेगा।
पूर्ण कुमार, सरपंच प्रतिनिधि कुलां