ट्यूबवेल कनेक्शन की आस में बैठे किसानों को बिजली निगम का झटका
जागरण संवाददाता फतेहाबाद मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद मुफ्त में बिजली का ट्यूबवेल कनेक्श
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद मुफ्त में बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लेने की आस में बैठे किसानों को बिजली निगम के अधिकारियों ने 440 वोट का झटका दिया है। अब उन्हें ही कनेक्शन जारी होगा, जो किसान विभाग द्वारा बनाए गए एस्टीमेट के अनुसार रुपये जमा करवा देगा। जो किसान रुपये नहीं भरेगा। उसे कनेक्शन जारी नहीं होगा।
निगम के इस निर्णय से किसानों में रोष है। किसानों का आरोप है कि सरकार ने पहले मुफ्त में कनेक्शन जारी करने का वादा किया था। अब कनेक्शन के लिए निगम के अधिकारी एस्टीमेट के रुपये मांग है। गांव कुम्हारिया के किसान रामसिंह, गांव बड़ोपल के पवन कुमार ने बताया कि उन्होंने 2015 में ट्यूबवेल कनेक्शन लेने के लिए फाइल अप्लाई की थी। उसके बाद गत दिसंबर में मुख्यमंत्री ने ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने की घोषणा की थी। उन्हें उम्मीद थी कि कनेक्शन सिर्फ सिक्योरिटी राशि पर मिलेगा, लेकिन अब उनके पास बिजली निगम से नोटिस आया कि ट्यूबवेल कनेक्शन लेना है तो एस्टीमेट के रुपये भरने होगा। पहली किस्त 30 हजार रुपये भरने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा कई अन्य प्रकार की कंडीशन लगा दी। इससे उन्हें परेशानी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एस्टीमेट भरने के बाद तो पहले ही कनेक्शन जारी हो रहे थे। इसमें नया क्या है।
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जिले में 2907 कनेक्शन होने है जारी
अकेले फतेहाबाद डिविजन में ही 2907 कनेक्शन जारी किए जाएंगे। पहले लोगों को खुशी थी कि अब मुफ्त में कनेक्शन जारी होंगे। क्योंकि गत लोकसभा चुनावों से पहले प्रदेश सरकार 2013 में किसानों को मुफ्त कनेक्शन जारी किए थे। अब फिर से मुफ्त कनेक्शन की की आस में किसान थे। हालांकि वर्ष 2015 में कनेक्शन जारी करने के लिए तत्काल योजना बनाई थी। इसके मुताबिक किसानों को एक लाख रुपये की सिक्योरिटी भरने के अलावा अनुमानित लागत भी देनी पड़ती थी। उसके बाद कनेक्शन जारी हो जाता था। ऐसे में किसानों का कहना है कि रुपये भरने से पहले ही कनेक्शन मिल रहे थे। उस दौरान अन्य शर्तें तो नहीं थी। अब रुपये भी भरो और निगम की अन्य शर्तें भी मानो।
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सूक्ष्म सिचाई की भी शर्त लगाई
ट्यूबवेल कनेक्शन लेने वालों किसानों को जल संरक्षण का विशेष ध्यान देना होगा। इसके लिए उन्हें सूक्ष्म सिचाई ही करनी होगी। अंडर ग्राउंड पाइपलाइन बिछानी होगी। बिजली संरक्षण के लिए फाइव स्टार मोटर भी लगानी होगी। सबमर्सिबल मोटर, पंप व स्टार्टर खरीदने के लिए सरकार ने छह कंपनियां निर्धारित की गई हैं। इन कंपनियों से ही किसान को सामान लेना होगा। बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत वर्ष 27 दिसंबर को घोषणा की थी कि प्रदेश के किसानों को बिजली के कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके बाद बड़ी संख्या में किसानों ने कनेक्शन लेने के लिए आवेदन किए।
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इसमें हम क्या कर सकते है। जो किसान कनेक्शन लेना चाहता है, उसे तो एस्टीमेट के रुपये भरने होंगे। इसलिए हमने उन नोटिस भेज दिए है। जो किसान निर्धारित समय में एस्टीमेट के रुपये भर देगा। उसे कनेक्शन जारी कर दिया जाएगा।
- अनुपम कटियार, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम।