सिविल अस्पताल में आउटसोर्सिग सीट खाली होते ही रिश्तेदारों को लगवा रहे डाक्टर
फतेहाबाद : सिविल अस्पताल में आउटसोर्सिग भर्ती को लेकर गड़बड़झाला चल रह
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
सिविल अस्पताल में आउटसोर्सिग भर्ती को लेकर गड़बड़झाला चल रहा है। एक पोस्ट खाली होते ही डाक्टर अपने रिश्तेदारों को इन पदों पर लगा रहे हैं। ना आवेदन लिए जा रहे ना कोई टेस्ट हो रहा। गुप्त तरीके से भर्ती की जा रही है। हाल में दो कर्मचारियों का ग्रुप डी में सलेक्शन होने के बाद मुख्यालय के उच्च अधिकारी के रिश्तेदार को ही इस पद पर भर्ती कर दिया गया है। अब दूसरे पद पर सिविल अस्पताल में तैनात डाक्टर के रिश्तेदार को लगाने के प्रयास चल रहे हैं। ग्रुप डी में चयनित हुए उम्मीदवार द्वारा त्याग पत्र न देने के कारण भर्ती प्रक्रिया रूकी हुई है। त्याग पत्र देते ही डाक्टर के ही रिश्तेदार को इस पर लगाने की कोशिश चल रही है। सिविल अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर करीब 110 कर्मचारी तैनात हैं।
दो सीटों पर अपने रिश्तेदारों को लगवाने को लेकर अस्पताल में डाक्टरों के बीच गहमागहमी भी हो चुकी है। आउटसोर्सिंग ठेकेदार के साथ मिलकर डाक्टर ही इस काम को अंजाम दे रहे हैं। जिला मुख्यालय के उच्च अधिकारियों को पता होने के बावजूद भी चुप्पी साध रखी है। रुपये लेकर नौकरी लगवाने का मामला पहुंच चुका है सीएम तक
सिविल अस्पताल में चहेतों को नौकरी लगाने व इसके अलावा रुपये लेकर नौकरी लगवाने का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है। अस्पताल के ही कर्मचारियों ने मामले की एक सीडी सीएम को दी थी। सीएम ने फर्म के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे, लेकिन बाद में कर्मचारियों पर ही दबाव डालकर मामले को दबा दिया गया। जिस फर्म के खिलाफ सीएम को शिकायत दी गई थी उसी को विभाग ने दोबारा टेंडर भी दे दिया गया। अब एक बार फिर सिविल अस्पताल में रुपये लेकर व चहेतों को नौकरी लगवाने का मामला उठने लगा है।
----
मेरे पास सिविल सर्जन कार्यालय से ही नाम आया था, उसके अनुसार संबंधित उम्मीदवार को ज्वाइन करवा दिया गया। मुझे नहीं पता वह किसका रिश्तेदार है।
- डा.ओपी दहमीवाल
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी
---