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सुहाने सफर पर आंच नहीं, बुझती रही गले की प्यास और रोशन रहे घर

पहली बार कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान आमजन को किसी प

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 10:57 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 10:57 PM (IST)
सुहाने सफर पर आंच नहीं, बुझती रही गले की प्यास और रोशन रहे घर
सुहाने सफर पर आंच नहीं, बुझती रही गले की प्यास और रोशन रहे घर

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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पहली बार कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आई। दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन रोडवेज की अधिकांश बसें पहले की तरह निर्धारित रूटों पर चली। बिजली व्यवस्था सुचारू रही और जन स्वास्थ्य की पेयजल सप्लाई सप्लाई में भी परेशानी नहीं आई। ऐसे में आमजन पर हड़ताल का किसी प्रकार का असर नहीं पड़ा। वहीं अधिकारियों का कहना है कि वे हड़ताल के दूसरे दिन भी जनता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने देंगे।

अक्सर कर्मचारियों की हड़ताल में सबसे अधिक प्रभावित रोडवेज विभाग होता है। लेकिन इस बार रोडवेज की बसें पहले की तरह निर्धारित रूटों पर चला दी। रोडवेज की बसें सुबह 3 बजकर 42 मिनट पर पहले की तरह चंडीगढ़ के लिए चला दी गई। इसके बाद 4 बजकर 19 मिनट पर दिल्ली के लिए बसें चलने शुरू हो जाती है। इसके बाद तो बसें पहले की तरह निर्धारित समय पर चली। फतेहाबाद व टोहाना डिपो की 170 में से 140 बसें निर्धारित रूटों पर चला दी। इसके चलते आमजन को परेशानी नहीं हुई।

वहीं, बिजली निगम कर्मचारी बड़ी संख्या में हड़ताल पर रहे। उसके बाद भी बिजली सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहीं। आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत कर्मचारियों ने बिजली सप्लाई की व्यवस्था संभालते हुए सही से कार्य किया। इसी तरह जनस्वास्थ्य विभाग में भी पहले की तरह पेयजल की सुविधा मिली। हालांकि भिरड़ाना में कैश काउंटर के कार्यरत कर्मचारियों को फतेहाबाद बुलाने के चलते बिल भरने में परेशानी हुई।

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हड़ताल में शामिल हुए सिर्फ यूनियनों के पदाधिकारी

रोडवेज में केवल वे ही कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए जो विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी है। इस बार रोडवेज यूनियन नेताओं ने वैसे भी अपना धरना देर से शुरू किया। बस स्टैंड में न बैठते हुए बस स्टैंड के बाहर धरना दिया। जिसमें कई शहर के संगठन भी शामिल हुए। धरने पर बैठे नेताओं का भी मानना था कि इस बार हड़ताल में नए भर्ती हुए कर्मचारी शामिल नहीं हुए। जिसके चलते उनकी हड़ताल कामयाब नहीं रही।

------------------------आम लोग भी घरों से कम निकले

रोडवेज की हड़ताल की पहले से ही सूचना होने के चलते विद्यार्थी व आमजन बहुत कम संख्या से घरों से निकले। इसके चलते बस स्टैंड पर ज्यादा भीड़ भी नहीं रही। वहीं निजी वाहन भी बड़ी संख्या में चले। जिसके चलते आमजन को परिवहन को लेकर परेशानी नहीं हुई। निजी वाहनों को हड़ताल के दौरान किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं रही।

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अधिकारियों ने बुलाए आउटसोर्सिंग से कर्मचारी

रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने सोमवार शाम को आउटसोर्सिंग एजेंसी से 30 युवकों बुलाने के आदेश दे दिए। ये वे युवक थे, जिन्होंने गत वर्ष अक्टूबर में 18 दिनों की रोडवेज की हड़ताल के दौरान 10 से 13 दिनों तक बसें चलाई थी। मंगलवार सुबह सभी युवक बस स्टैंड में ड्यूटी देने पहुंच गए, हालांकि उन्हें बाद में ड्यूटी पर नहीं लगाया। इससे रोडवेज को नियमित कर्मचारियों पर दबाव बनाने में आसानी हो गई। जो पक्के कर्मचारी पहले हड़ताल में जाने की सोच रहे थे, उन्होंने हड़ताल में शामिल न होकर ड्यूटी ज्वाइन कर ली।

------------------------19 कर्मचारी निर्धारित समय के बाद पहुंचे ड्यूटी पर

रोडवेज के 19 चालक व परिचालक निर्धारित समय के बाद ड्यूटी देने पहुंचे। उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करवा दी, लेकिन निर्धारित समय पर न पहुंचने के चलते उनसे जवाब मांगा गया है। उनके जवाब के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

-------------------------डाकघर और आयकर विभाग के कार्यालयों पर लगे रहे ताले

डाकघर व आयकर विभाग के कर्मचारी पूरी तरह हड़ताल पर रहे। दोनों विभागों के कार्यालयों का ताला ही नहीं खोला गया। इसी तरह गांवों में बने डाकघरों में कार्यरत कर्मचारी भी हड़ताल पर होने के चलते लोगों को परेशानी हुई।

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शहर में नहीं हुई सफाई

नगर परिषद के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। सफाई कर्मचारियों के अलावा कार्यालयों में बैठने वाले क्लर्क भी हड़ताल पर रहे। इसके चलते शहर में सफाई न होने के साथ लोगों के नगर परिषद में जरूरी कार्य भी नहीं हुए। बड़ी संख्या में लोग जन्म प्रमाण पत्र के अलावा अन्य जरूरी दस्तावेज बनाने के लिए आए हुए थे।

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विभाग का नाम कुल कर्मचारी हड़ताल में शामिल

रोडवेज 742 143

नगर परिषद फतेहाबाद 191 150

बिजली निगम 1158 945

जन स्वास्थ्य 318 107

आयकर विभाग 7 7

डाकघर 84 84

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हमने सभी बसें चला दी हैं। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। बुधवार को भी इस प्रकार की व्यवस्था रहेगी। जो कर्मचारी एस्मा के बाद भी हड़ताल में रहे उनके खिलाफ विभागीय निर्देश के बाद कार्रवाई की जाएगी। हड़ताली कर्मचारियों की रिपोर्ट निदेशालय भेज दी है।

- जयवीर यादव, जीएम, रोडवेज।

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बिजली की व्यवस्था सुचारू रही। कच्चे कर्मचारियों व अप्रेंटिस के माध्यम से निगम को चलाते हुए कार्य करवाया गया। उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी गई। बिल कांउटर भी खुले रहे।

- धीरज कुमार, एसडीओ, बिजली निगम।

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हमारे कर्मचारी बहुत कम हड़ताल पर रहे। इसके चलते व्यवस्था बनाने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। गांवों व शहरों में पेयजल की सप्लाई में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी गई। पेयजल सप्लाई पहले की तरह ही ही सुचारू रही।

- एनआर राणा, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम।

------------------------ ये पड़ा हड़ताल का असर

हड़ताल के दौरान बिजली निगम के शिकायत केंद्र पर शाम तक चार शिकायतें ही आई, जबकि सोमवार को 13 शिकायतें दर्ज की गई। इसी तरह रोडवेज विभाग की सोमवार को 150 बसें चली थी, जो हड़ताल के दौरान मंगलवार को 140 बसें चली।


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