मोदी स्टाइल में दिल जीत गए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल
हर गांव में प्राइवेट से बढि़या स्कूल चाहिए कि नहीं चाहिए? दिल्ली के
राजेश भादू, फतेहाबाद : हर गांव में प्राइवेट से बढि़या स्कूल चाहिए कि नहीं चाहिए? दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल के इस सवाल पर सबने हाथ खड़े कर कहा, हां चाहिए। अच्छा हॉस्पिटल और बेहतर सेहत सबको चाहिए कि नहीं चाहिए? सबने जोरदार आवाज में कहा-जरूर चाहिए। अपना भविष्य और भावी पीढ़ी को सहेजना है कि नहीं? भीड़ से आवाज आई- बिल्कुल। इस पर अर¨वद ने कहा तो आओ मिलकर बनाते हैं देश का नया भविष्य। केजरीवाल की इस अदा के कायल पंडाल में उपस्थित भीड़ ने करतल ध्वनि से उनका इस्तकबाल किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल हरियाणा की भाजपा सरकार पर मोदी स्टाइल में वार करके लोगों का दिल्ली जीत गए। उन्होंने सिर्फ स्वास्थ्य व शिक्षा मुद्?दे पर लोगों से संवाद किए, लोगों ने भी उनका पूरा सहयोग व समर्थन दिया। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से आग्रह किया कि वे जाति की राजनीति करने वाले नेताओं व दलों से किनार करके शिक्षा व स्वास्थ्य की राजनीति करने वालों का साथ थे। मंच पर अर¨वद केजरीवाल ने जनसभा में मौजूद लोगों को कहा कि यदि उन्हें लगता हैं कि भाजपा, कांग्रेस व इनेलो पार्टी बच्चों के लिए बढि़या स्कूल बना सकती है तो हाथ उठाए। इसके बाद किसी ने भी हाथ नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि वोट देने से पहले अपने बच्चों की आंखों में एक बार देख लेना, जिन्होंने 70 सालों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया वे अब कैसे स्कूलों में सुधार कर सकते है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में आप आदमी पार्टी की सरकार तीन सालों में स्वास्थ्य व शिक्षा में सुधार कर सकती है तो बताए हरियाणा में खट्टर सरकार सुधार क्यों नहीं कर सकती। लोगों को भी अर¨वद केजरीवाल का भाषण मोदी स्टाइल में पंसद आया। भाषण सुनने के लिए रतिया के रैली में पहुंच र¨वद्र ¨सह ने कहा कि उसके दो बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं। जिनकी बस के किराए के समेत 50 हजार रुपये फीस लगती है। सरकारी स्कूलों का सुधार हो जाए तो उसे फायदा मिलेगा। इसी तरह भट्टू के गोपाल का कहना है कि अर¨वद की रैली के बाद लग रहा है कि मनोहर सरकार भी कुछ शिक्षा के क्षेत्र में सुधार कर
देंगे।