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प्रधानमंत्री के अभियान से मनीषा के परिवार की सोच में आया बदलाव

फतेहाबाद : गांव बनावाली की मनीषा एक अप्रैल से माउंट एवरेस्ट फतेह करने

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 11:18 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 11:18 PM (IST)
प्रधानमंत्री के अभियान से मनीषा के परिवार की सोच में आया बदलाव
प्रधानमंत्री के अभियान से मनीषा के परिवार की सोच में आया बदलाव

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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गांव बनावाली की मनीषा एक अप्रैल से माउंट एवरेस्ट फतेह करने के लिए अभियान की शुरूआत करेंगी। अभियान की शुरूआत से पहले शहर के प्रबुद्ध लोगों व संस्थाओं ने उन्हें आशीर्वाद देकर सम्मानित किया। इसके लिए सिरसा रोड पर स्थित एक होस्टल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रेसवार्ता में मनीषा ने बताया कि उनका अभियान बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ को लेकर शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए। इस अभियान से उन्हें बड़ी मदद मिली है। वे प्रधानमंत्री के अभियान को आगे बढ़ाते हुए माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई शुरू करेंगी।

मनीषा ने बताया कि प्रधानंमत्री के इस अभियान से अब लोगों की सोच में बदलाव आया है। उनके खुद के परिवार में भी बेटी को लेकर नजरिया बदला है। गत वर्ष जब उन्होंने एक संस्था के ट्रे¨नग लेने के लिए गई तो इसका शुरुआत में विरोध हुआ, लेकिन बाद में बदलाव आ गया। अब उसकी इच्छा है कि प्रधानमंत्री उसे माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए भेजे।

वहीं कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. वीरेंद्र सिवाच ने कहा कि यह गर्व की बात है कि पहली बार फतेहाबाद के बेटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने जा रही है। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा की बेटी आगे बढ़ रही है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए वे मनीषा की हर संभव मदद करेंगे। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रामचंद्र रेहलन, जगदीश नायक, पार्षद नेहा मित्तल, हरदीप ¨सह, बनावाली के सरपंच राममूर्ति फौगाट, रिटायर्ड पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी रणधीर ¨सह डबास, प्रताप ¨सह, विनोद सिहाग, प्रताप बनगांव सहित अनेक व्यक्ति मौजूद रहे। बढ़ते नशे के कारोबार को रोकने की अपील :

शहर के वरिष्ठ चिकित्सक वीरेंद्र सिवाच ने कार्यक्रम में पहुंचे सभी शहरवासियों व पुलिस प्रशासन से अपील की नशे का प्रकोप बहुत अधिक हो गया है। औसत प्रत्येक गांव में 30 युवा नशे से बर्बाद हो गए। खतरनाक ड्रग्स व अन्य मेडिकल नशा से उन्होंने अपने जीवन को बर्बाद कर दिया है। एक गांव में 30 के करीब लोग नशा के आदि होना गंभीर संकट की निशानी है। उन्होंने नशे को रोकने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने का आग्रह किया।


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