फर्जी आइडी लगाकर पासपोर्ट बनाने वाले 58 लोगों पर मामला दर्ज
टोहाना पुलिस ने मंगलवार को फर्जी आइडी लगाकर पासपोर्ट बनवाने के मामले में 58 लोगों पर मामला दर्ज किया है। जिनमें से अधिकांश पंजाब पश्चिम बंगाल के साथ बांग्लादेश से भी संबंधित है।
संवाद सहयोगी, टोहाना: टोहाना पुलिस ने मंगलवार को फर्जी आइडी लगाकर पासपोर्ट बनवाने के मामले में 58 लोगों पर मामला दर्ज किया है। जिनमें से अधिकांश पंजाब, पश्चिम बंगाल के साथ बांग्लादेश से भी संबंधित है। शेष 12 लोगों पर शीघ्र कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। इससे पहले इस मामले में 21 फरवरी को दो पुलिस मुलाजिमों सहित 22 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। टोहाना के डीएसपी बिरम सिंह ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है। स्पेशल जांच टीम ने द्वारा वर्ष 2018 से अगस्त 2020 के दौरान बनाए गए हजारों पासपोर्ट की दोबारा सत्यापन किया गया था। 70 लोग जांच करवाने के लिए नहीं आए। इसकी गहनता से जांच की तो सामने आया कि उन्होंने गलत तरीके से पासपोर्ट बनाए हैं।
बांग्लादेशी युवक के साथ गैंगस्टर चीता के भी बने पासपोर्ट
पिछले साल सिरसा में एनआइए ने गैंगस्टर रणजीत उर्फ चीता को गिरफ्तार किया था। उसके पासपोर्ट का वेरिफिकेशन टोहाना में ही हुआ था। चीता अटारी बार्डर से भारी मात्रा में हेरोइन लाकर भारत में सप्लाई करता था और एनआइए को उसकी तलाश थी। पूछताछ के लिए वारंट पर ले भी सकती है।
दिल्ली निवासी मास्टर माइंड
एसआइटी ने मोनू को मास्टरमाइंड बताया है। मोनू की जानकारी टोहाना निवासी अनिल भाटिया से थी। अनिल भाटिया पासपोर्ट बनाने का काम करता था। फर्जी पासपोर्ट बनाने होते थे तो मोनू अनिल भाटिया से संपर्क करता था। बताया जा रहा है कि एक पासपोर्ट बनाने के लिए तीन से चार लाख रुपये भी लेता था।
गत वर्ष अगस्त में फर्जी आइडी लगाकर फर्जी पासपोर्ट बनाने का मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर फतेहाबाद की एसआईटी को इसकी जांच सौंपी थी। फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले लोग पुन: जांच के लिए नहीं आए। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
- बिरम सिंह, डीएसपी, फतेहाबाद पुलिस।