महिलाओं को पोषाहार का बताया महत्व
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गांव तलवाड़ी में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सुपरवाइजर जोगिद्र कौर ने की।
संवाद सूत्र, जाखल :
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गांव तलवाड़ी में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सुपरवाइजर जोगिद्र कौर ने की।
इस मौके पर गांव कि गर्भवती महिलाओं और किशोरी लड़कियों को एकत्रित कर खान पान एवं साफ-सफाई के बारे में बताया गया। महिला एवं बाल विकास सुपरवाइजर जोगिन्द्र कौर ने कहा कि महिलाओं को प्रतिदिन पौष्टिक आहार लेना चाहिए। भोजन में प्रोटीन युक्त फल, सब्जियां और दाल, दूध, अंकुरित दालें, मिश्रण अनाज का सेवन करें। प्रतिदिन खाने में ताजा बनाए व ताजा खाना खिलाए व खुद वी ताजा खाना ही खाए। जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की अपने घरों में सब्जियों को ही उगाए। जिससे वह स्वयं एवं उनके पेट में पल रहा बच्चा दोनों ही कुपोषण का शिकार होने से बचेंगे। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान का उद्देश्य यही है कि कुपोषण के लक्षण और इसके दुष्परिणाम के बारे में जागरूकता पैदा करना। अनुपूरक आहार समय पर होना चाहिए। 6 महीने की अवस्था के बाद सभी शिशुओं को स्तनपान के अलावा पूरक आहार देना शुरू करना चाहिए। आंगनबाड़ी वर्कर व महिलाओं को कुपोषण और एनीमिया से बचाव के प्रति जागरूक भी किया गया। उन्होंने गर्भवती और धात्री महिलाओं को कुपोषण और एनिमिया के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान टीटी के इंजेक्शन, आयरन की गोली व संतुलित आहार का सेवन जरूरी करना चाहिए। जोगिन्द्र कौर ने विभागीय स्कीमों की जानकारी दी। अपनी बेटी हमारी बेटी स्कीम, प्रधानमंत्री वन्दना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, महिलाओं को बेटी बचाओ बेटी बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दिया गया। बेटियां देश का भविष्य है इनकी सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य हैं बेटी दो परिवारों को सुशिक्षित करती है।