आशा वर्करों ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन
जिलेभर की आशा वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स यूनियन के बैनर तले फतेहाबाद में रोष प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जिलेभर की आशा वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स यूनियन के बैनर तले फतेहाबाद में रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करते हुए आशा वर्कर्स भट्टू रोड स्थित विधायक दुड़ाराम के आवास पर पहुंची और उन्हें मांग पत्र सौंपा। प्रदर्शन का नेतृत्व सरीना पीलीमंदोरी व संचालन सुमन धारनियां ने किया। इससे पूर्व आशा वर्कर्स लालबत्ती चौक के पास स्थित बिजली घर कार्यालय में एकत्रित हुई और सरकार के रवैये पर रोष जताया। सीटू जिला उपाध्यक्ष गगनदीप कौर, सीटू जिला कैशियर बेगराज व जिला सचिव ओमप्रकाश अनेजा ने कहा कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार आशाओं की मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री समय देने के बाद भी आशाओं से बात नहीं कर रहे जिससे वर्करों में सरकार के प्रति बहुत गुस्सा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक तरफ तो नारा देती है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ लेकिन दूसरी तरफ वह आशाओं को बेटियां मानने को तैयार नहीं है। आशा वर्कर 24 घंटे ड्यूटी पर तत्पर रहती है और कोरोना महामारी के समय में भी इन्होंने फ्रंटलाइन वर्कर की भूमिका अदा की है लेकिन उसके बाद भी सरकार इनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दे रही। आशा वर्करों ने 26 नवंबर की हड़ताल का नोटिस डिप्टी सीएमओ फतेहाबाद को सौंपा।
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आशा वर्करों की मुख्य मांगें:
- कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4000 रुपये दिए जाए।
-गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना की शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए।
-आशाओं को ग्राम स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए।
- जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए।
-ईएसआइ एवं पीएफ की सुविधा दी जाए।
-आशा वर्करों को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए।