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सड़कें बनने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने उखाड़ी, नप ने भेजा ढाई करोड़ रुपये का क्लेम

नगर परिषद व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल न

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 10:48 PM (IST)Updated: Mon, 26 Nov 2018 10:48 PM (IST)
सड़कें बनने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने उखाड़ी, नप ने भेजा ढाई करोड़ रुपये का क्लेम
सड़कें बनने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने उखाड़ी, नप ने भेजा ढाई करोड़ रुपये का क्लेम

मुकेश खुराना, फतेहाबाद

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नगर परिषद व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल न होने के कारण शहर की सुंदरता पर ग्रहण लग गया है। लाखों रुपये की लागत से नगर परिषद वार्ड व शहर में जिन सड़कों को बना रहा है, उन्हीं को जनस्वास्थ्य विभाग पीछे से तोड़ता जा रहा है। यहां तक सड़कों को उखाड़ने के बाद उसी हालत में छोड़ा जा रहा है। शहर व वार्डो में इस समय हालात यह बन चुके हैं कि 60 फीसद सड़कें मरम्मत मांग रही हैं।

जनस्वास्थ्य विभाग को बार-बार नोटिस देने के बावजूद समस्या का कोई हल न होने पर अब नगर परिषद ने ढाई करोड़ रुपये का बिटी बिल यानि की रिपेय¨रग क्लेम किया है। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग ने पब्लिक हित का हवाला देकर ढाई करोड़ रुपये का क्लेम देने से इंकार कर दिया है। अब मामले को लेकर उपायुक्त की अध्यक्षता में आज मी¨टग होने जा रही है। मी¨टग में ही फैसला होगा कि जनस्वास्थ्य विभाग रिपेय¨रग का क्लेम देगा या नहीं।

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नप ने मांगी पाइप लाइन की रिपोर्ट, जनस्वास्थ्य विभाग ने देने से किया इंकार

पानी की पाइप लाइन व सीवरेज के लिए शहर की गलियों को जनस्वास्थ्य विभाग उखाड़ता जा रहा है। नप ने जनस्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मांगी कि कहां पर पानी की पाइप लाइन बिछाई जानी है ताकि वहां पर फिलहाल नई सड़क का निर्माण न किया जाए। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग ने ऐसी रिपोर्ट देने से भी इंकार कर दिया। शहर की चार मरला कॉलोनी, भीमां बस्ती, नहर कॉलोनी, सतीश कॉलोनी, जगजीवनपुरा, शक्ति नगर में जनस्वास्थ्य विभाग ने पानी व सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए गलियों को उखाड़ दिया। जबकि हाल ही में नगर परिषद ने इन गलियों का निर्माण करवाया था। चार मरला कॉलोनी के हालात ऐसे हो गए हैं कि यहां की 90 फीसद गलियों को उखाड़ दिया गया है।

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वाहन चलाना तो दूर, पैदल चलना भी हुआ मुश्किल

जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा गलियों को उखाड़ कर छोड़ने के कारण वाहन भी नहीं गुजर पा रहे हैं। इसके अलावा पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। हरपथ एप पर रोजाना 20 से 25 शिकायतें आ रही हैं। जिसमें ज्यादातर शिकायतें इसी से संबंधित हैं, जिन्हें जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा तोड़ा गया है।

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नगर परिषद गलियों का निर्माण करवा रहा है लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग गलियों को उखाड़ रहा है। यहां तक कि जनस्वास्थ्य विभाग यह भी नहीं बता रहा है कि कहां पर पानी व सीवरेज की लाइन डाली जानी है। जनस्वास्थ्य विभाग को ढाई करोड़ रुपये का रिपेय¨रग क्लेम भेजा गया है। मामले को लेकर मंगलवार को उपायुक्त की मौजूदगी में मी¨टग भी होनी है।

- सुख¨वद्र धूड़ियां

जेई, नगर परिषद फतेहाबाद

--------- हम इस संबंध में नगर परिषद को बता चुके हैं कहां पर मरम्मत की जानी है, लेकिन नगर परिषद जानबूझकर बहाने बना रहा है। पानी व सीवरेज लाइन जनता के लिए ही डाली जा रही है। भूना में पानी व सीवरेज को लेकर काम चलना है, इस संबंध में कहा भी जा चुका है लेकिन फिर भी धड़ाधड़ नपा काम करवा रहा है। हमारे विभाग की कोई गलती नहीं है।

- एनआर राणा

कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग फतेहाबाद ।


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